भारतीय अर्थव्यवस्था आखिर कितने बुरे हाल में हैं? भारत के सामने अब पॉलिसी ऑप्शन क्या हैं? खासकर राजकोषीय स्थिति को देखते हुए? क्या भारत इन हालात से निकल पाएगा?