पूर्व न्यायमूर्ति डीके जैन बने बीसीसीआई के पहले लोकपाल


hearing against abrogation of article 370 to be on 14 november

 

सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश डीके जैन को भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड का प्रथम लोकपाल नियुक्त किया है. वह सुप्रीम कोर्ट में जज रह चुके हैं.

न्यायमूर्ति एसए बोबडे और न्यायमूर्ति एएम सप्रे की पीठ ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि पक्षकारों की सहमति और सुझावों के माध्यम से बीसीसीआई का लोकपाल बनाने के लिये न्यायमूर्ति डीके जैन के नाम पर सहमति हो गई है. इसके अनुसार, हम न्यायमूर्ति जैन (सेवानिवृत्त) को बीसीसीआई का प्रथम लोकपाल नियुक्त करते हैं.’’

भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के लोकपाल पद पर नियुक्ति के लिए पीठ के समक्ष सीलबंद लिफाफे में शीर्ष अदालत के छह सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के नाम पेश किए गए थे. इनमें न्यायमूर्ति जैन पहली पसंद थे.

मामले में न्याय मित्र की भूमिका निभा रहे पीएस नरसिम्हा ने लोकपाल पद के लिये संभावित नामों की सूची पीठ को उपलब्ध करवाई थी.

लोकपाल की भूमिका राज्य क्रिकेट एसोसिएशनों में खिलाड़ियों से संबंधित विवादों और वित्तीय मसलों को सुलझाने की होगी.

सुप्रीम कोर्ट ने नौ अगस्त, 2018 को अपने फैसले में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के लिए लोकपाल नियुक्त करने की सिफारिश की थी.

नरसिम्हा ने मामले की सुनवाई के दौरान पीठ को बताया कि यदि बोर्ड में पहले से लोकपाल होता तो हाल ही में दो खिलाड़ियों हार्दिक पाण्ड्या और केएल राहुल से जुड़ा विवाद प्राथमिकता के आधार पर सुलझा लिया गया होता.


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