जेट एयरवेज के 15 विमानों के इस्तेमाल की संभावनाएं तलाश रहे बैंक
उड़ान परिचालन बंद कर चुकी जेट एयरवेज के ऋणदाता बैंक अब उसके 15 विमानों को इस्तेमाल में लाने की संभावनाओं को टटोलने लगे हैं.
इसके साथ ही वह संबंधित प्रशासन के साथ एयरलाइन को आवंटित उड़ान समयसारिणी सहित तमाम मूल्यवान संपत्तियों की सुरक्षा पर भी बातचीत कर रहे हैं.
भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाला कर्जदाता बैंकों का समूह फिलहाल एयरलाइन के लिये बोली प्रक्रिया के पूरे होने की प्रतीक्षा कर रहा है. इसके साथ ही समूह की नजर एयरलाइन की उपलब्ध संपत्तियों से धन जुटाने के विकल्पों पर भी है.
निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज ने पिछले 26 साल तक देश के लोगों को विमान सेवायें देने के बाद 17 अप्रैल को अपना परिचालन अस्थाई तौर पर बंद कर दिया.
जेट एयरवेज के अपने विमानों को खड़ा कर देने के फैसले से उससे जुड़े करीब 20 हजार कर्मचारियों के सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
यह बताया जा रहा है कि स्टेट बैंक के नेतृत्व में बैंकों का समूह एयर इंडिया के प्रस्ताव पर भी सक्रियता के साथ विचार कर रहा है.
एयर इंडिया ने जेट एयरवेज के पांच बड़े विमानों को पट्टे पर लेने में रुचि दिखाई है. कर्जदाता बैंक समूह मानता है कि विमानों का इस्तेमाल होते रहने से इन्हें बेहतर हालात में बनाए रखने में मदद मिलेगी साथ ही राजस्व भी अर्जित किया जा सकेगा.
जेट एयरवेज के पास 16 विमान हैं. इनमें 10 बड़े आकार वाले बोइंग 777- 300ईआर विमान हैं जबकि बाकी पट्टे पर हैं.
पूर्ण विमान सेवा देने वाली इस एयरलाइन के पास पिछले साल अंत तक 120 से ज्यादा विमान उसके बेड़े में शामिल थे.
कहा जा रहा है कि कर्जदाता बैंक पूरी सक्रियता के साथ एयरलाइन की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जेट एयरवेज की मौजूदा स्थिति के लिये उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता है.