इस वित्त वर्ष में आधी रहेगी सीमेंट मांग वृद्धि: क्रिसिल


hindu flat owner cancel sale to muslim customer after objection

 

क्रिसिल ने अनुमान लगाया है कि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस बार सीमेंट की मांग वृद्धि आधी रहेगी. पिछले वित्त वर्ष में यह वृद्धि 12 प्रतिशत थी. क्रिसिल का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष में यह 5 से 5.5 प्रतिशत रहेगी.

क्रिसिल ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा है कि पहली छमाही में सरकार के कम खर्च का असर सीमेंट की मांग वृद्धि पर पड़ेगा. पहली छमाही में सरकार का खर्च सीमेंट मांग वृद्धि में 35 से 40 प्रतिशत का हिस्सा रखता है. वहीं लिक्विडिटी की कमी की वजह से रियल स्टेट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. रियल स्टेट में सीमेंट की मांग का 5 से 6 प्रतिशत खर्च होता है.

इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सीमेंट की मांग वृद्धि में दो प्रतिशत की कमी आई है. पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र में इसमें 4 से 5 और 0.5 से 1.5 प्रतिशत की कमी आई है. पूर्वी क्षेत्र में पानी और बालू की कमी और चक्रवात फानी ने सीमेंट मांग वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव डाला है.

क्रिसिल रिसर्च के वरिष्ठ निदेशक प्रसाद कोपरकर ने कहा, “दूसरी छमाही में मांग वृद्धि में 8 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी क्योंकि सरकार धीरे-धीरे संस्थानिक प्रोजेक्टों के लिए फंड रिलीज करेगी. सरकार को आरबीआई से भी फंड मिलेगा. देरी से लेकिन दुरुस्त मानसून से ग्रामीण इलाकों में घरों की मांग बढ़ेगी. इस वित्त वर्ष में पश्चिमी और मध्य क्षेत्र में सीमेंट मांग वृद्धि में 5 से 6 प्रतिशत की वृद्धि होगी. दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र सरकार के कम खर्च की वजह से 2 से 4 प्रतिशत की कमजोर वृद्धि ही हासिल कर पाएंगे.”


उद्योग/व्यापार