आईबीबीआई: चलने लायक कंपनियों को बंद होने देना खतरनाक
भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने बंद होती कंपनियों के प्रति चिंता जताई है. आईबीबीआई प्रमुख एमएस साहू ने कहा कि चलने लायक कंपनियों को बंद होने देने का परिणाम खतरनाक होगा.
उन्होंने कहा कि कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) को चाहिए कि वे दिवाला प्रक्रिया का सामना कर रही कंपनियों के बारे में पूरी जरूरी जानकारी उपलब्ध कराए और उनको लेकर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करे.
दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता(आईबीसी) के तहत समाधान के लिए भेजी जाने वाली दबाव वाली संपत्तियों की संख्या में वृद्धि के बीच आईबीबीआई प्रमुख एमएस साहू ने कहा कि कानून दिवाला प्रक्रिया के दौरान गलतियों को सुधारने का मौका भी उपलब्ध कराता है.
एमएस साहू ने कहा कि कानून का लक्ष्य ऐसी कंपनियों को बचाना है, जो चल सकती हैं. इसी तरह ऐसी कंपनियों को बंद करना है, जो नहीं चल सकती हैं.
आईबीबीआई प्रमुख ने साथ ही कहा कि सीओसी को समाधान के लिए आवेदन करने वालों को सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध कराने चाहिए ताकि उन्हें कंपनियों में दिलचस्पी पैदा हो सके.
उन्होंने उद्योग मंडल एसोचैम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के इतर यह बात कही.