200 मीटर रेस में जीतना हिमा की श्रेष्ठता तय नहीं करता


Floods in Assam continue, Hima Das sent relief fund

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भारतीय धावक हिमा दास ने एक महीने में पांच गोल्ड मेडल जीतकर सोशल मीडिया पर कब्जा जमा रखा है. असम की इस धावक की रिकॉर्ड बुक में कई बेहतरीन रिकॉर्ड दर्ज हैं.

हिमा दास अपनी कमर की चोट से बाहर आ रही हैं. वह अब उन छोटी-छोटी प्रतियोगिताओं में भाग ले रही हैं जिनके जरिए आने वाली बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए खुद को तैयार कर सकें. इस महीने की पहली चार रेस जो हिमा ने जीतीं वे 200 मीटर से अधिक की थीं, जो कि उनका मुख्य इवेंट नहीं है.

इसमें कोई रहस्य की बात नहीं है कि एथलीट पूरी तरह से पदक जीतने के लिए एक महीने में कई प्रतियोगिताओं में भाग नहीं लेते हैं. यह भारत के रूसी-अमेरिकन क्वार्टर-माईल कोच गैलिना बुखारीना द्वारा बनाया गया प्रशिक्षण का हिस्सा है.

इस तथ्य को देखते हुए यह पता चला है कि हिमा अभी रिकवरी के दौर में है और कोच उनके प्रयासों से प्रसन्न भी हैं. यहां तक की एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया हिमा के पांच स्वर्ण पदक जीतने के बाद उनके शहर तक भी नहीं गया है.

पिछले एक महीने में हिमा के विरोधियों की मानें तो यह बात स्पष्ट हो जाती है कि हिमा ने विश्व स्तरीय फील्ड का सामना नहीं किया है.

चेक रिपब्लिक के क्लंदो में 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में हुई एक रेस में हिमा ने सियरा लियोन की 27 साल की हाफत्सु कामारा को 400 मीटर की रेस में हराया था.

हिमा की 400 मीटर की पेट रेस में जहां उनके विरोधी सभी भारतीय खिलाड़ी ही थे, उस रेस में हिमा की टाइमिंग 52.09 सेकंड्स रही जबकि नेशनल रिकॉर्ड 400 मीटर रेस में उनकी टाइमिंग 50.79 रही थी.

हिमा के प्रशिक्षण से जुड़े लोगों का कहना है कि दौड़ में एथलीट की भागीदारी पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए. उनका मानना है कि भारतीय एथलीट और कोच अक्सर नियमित प्रतियोगिताओं में शामिल नहीं होने की शिकायत करते हैं.

हिमा अन्य क्वार्टरमाइलर्स की तरह पोलैंड में प्रशिक्षण ले रही थीं, इसलिए वे प्रतिस्पर्धी दौड़ का हिस्सा बनने का मौका नहीं छोड़ना चाहती थीं.

आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 2018 में गोल्ड मैडल के साथ शुरुआत करने वाली हिमा दास को अभी विश्व चैम्पियनशिप क्वालिफिकेशन में 51.80 सेकेंड्स के रिकॉर्ड को छूना है.

इस साल दुनिया में उनका सीजन बेस्ट 52.09 सेकेंड्स का है.

19 वर्षीय हिमा के पास वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए लगभग दो महीनों का समय है. हाल ही में जीते गए पदकों की वजह से उनमें अधिक आत्मविश्वास आया है.

हिमा दास द्वारा जीती गईं चार रेस

1 – 2 जुलाई पोन्जान एथलेटिक्स  ग्रां.प्री पोलैंड  (200 मीटर ) 23.65 सेकंड्स से जीत.

2 – 7 जुलाई कुट्नो एथलेटिक्स मीट, पोलैंड (200 मीटर ) 23.97 सेकंड्स से जीत.

3 – 13 जुलाई क्लंदो एथलेटिक्स मीट, चेक रिपब्लिक (200 मीटर ) 23.43 सेकंड्स से जीत.

4 – 17 जुलाई ताबोर एथलेटिक्स मीट, चेक रिपब्लिक (200 मीटर) 23.25 सेकंड्स से जीत.


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