हिमा दास ने 400 मीटर दौड़ में जीता गोल्ड, इस महीने ये उनका पांचवा गोल्ड
भारत की स्टार महिला धावक हिमा दास ने लगातार पांचवा स्वर्ण पदक जीत लिया है. इस बार उन्होंने 400 मीटर की दौड़ में ये जीत हासिल की है.
चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में उन्होंने 400 मीटर की दौड़ 52.09 सेकेंड में पूरी कर खिताब अपने नाम किया.
इस वर्ष 400 मीटर की दौड़ में यह हिमा का सबसे अच्छा समय था. इससे पहले इस वर्ष का 52.88 सेकेंड का समय हिमा का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था.
हिमा ने ट्विटर पर फोटो शेयर की और लिखा कि आज चेक गणराज्य में 400 मीटर रेस में शीर्ष स्थान पर रहते हुए खेल का अंत किया.
पिछले साल हुए एशियन गेम्स की 400 मीटर दौड़ में हिमा ने 50.79 सेकेंड का समय निकाला था.
हिमा के लिए यह उपलब्धि बहुत अहम है. वे इसी वर्ष अप्रैल में हुए एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर की रेस पीठ की दर्द की वजह से पूरा करने में असफल रही थी.
उसके बाद से यह पहला मौका है जब हिमा 400 मीटर की रेस में प्रतिस्पर्धा की है.
हिमा के कोच ने 400 मीटर की रेस में उन्हें उतारने का फैसला 2020 में होने वाले ओलंपिक को ध्यान में रख कर किया था.
हिमा के अलावा अन्य धावकों में केवल वीके विस्मया ने 53 सेकेंड में रेस पूरा कर दूसरा स्थान प्राप्त किया.
हालांकि, सितंबर के आखिरी हफ्ते में होने वाले विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भाग लेने से हिमा चूक गई हैं. इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 400 मीटर की दौड़ को कम से कम 51.80 सेकेंड में पूरा करना था.
इससे पहले हिमा 2 जुलाई को यूरोप में, 7 जुलाई को कुन्टो एथलेटिक्स मीट में, 13 जुलाई को चेक गणराज्य में ही और 17 जुलाई को टबोर ग्रांड प्रिक्स में अलग-अलग स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.
2 जुलाई को हिमा ने पोलैंड में पोजनान एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स में 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने 23.65 सेकेंड में इसे पूरा कर खिताब अपने नाम किया था.
7 जुलाई को पोलैंड में ही कुटनो एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की दौड़ में हिमा ने फिर जीत हासिल की थी. उन्होंने 23.97 सेकेंड में रेस पूरा कर जीत हासिल की थी.
13 जुलाई को उन्होंने चेक गणराज्य में हुए क्लाडनो एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की रेस 23.43 सेकेंड में पूरा कर जीत हासिल की थी.
17 जुलाई को टबोर ग्रांड प्रिक्स में हिमा ने अपना प्रदर्शन बरकरार रखते हुए 200 मीटर की रेस को महज 23.25 सेकेंड में पूरा कर चौथी बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.