एग्जिट पोल के नतीजों से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद राजस्थान में बीजेपी की हार के संकेत और मध्य प्रदेश सहित छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर की खबरों के बीच शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है. जहां एक ओर सेंसेक्स 650 अंक नीचे लुढ़क गया वहीं निफ्टी भी 10 हजार 5 सौ से नीचे आ गया.
रॉयटर लिखता है कि भारतीय एग्जिट पोल भले ही उतने भरोसेमंद ना हों, लेकिन बाजार को प्रभावित करने में सक्षम हैं. हालांकि राज्यों की असली स्थिति मंगलवार शाम तक साफ होगी.
लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल नतीजे राजस्थान में कांग्रेस की जीत और मध्य प्रदेश में कांटे की टक्कर के संकेत दे रहे हैं. तेलंगाना और छत्तीसगढ़ से बीजेपी के लिए अच्छी खबरें नहीं आ रही हैं.
अब जबकि आम चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी हैं, ऐसे में राज्यों के इन चुनावों को मोदी सरकार की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में निवेशक सरकारी नीतियों को लेकर आश्वस्त नहीं हैं.
रॉयटर क्वांटम सेक्योरिटी के निदेशक नीरज दीवान के हवाले से लिखता है, “बाजार जैसी उम्मीद कर रहा था, एग्जिट पोल उसके विपरीत संकेत दे रहे हैं.”
इसके अलावा भारतीय बाजारों में गिरावट की एक अन्य वजह कच्चे तेल की कीमतों में उछाल भी है. इस उछाल की वजह कच्चे तेल के उत्पादन में कमी करने को लेकर हुआ समझौता है.
हाल ही में तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और रूस की तेल उत्पादक कंपनियों के बीच बैठक में इस बात पर सहमति बनी. इस बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन को 1.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन रखने पर सहमति बनी थी.
बीते कुछ हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई थी, जिसकी वजह से भारत में तेल की कीमतों में कुछ स्थिरता देखी गई थी. लेकिन ये अब आगे जारी नहीं रहेगी.
इससे मोदी सरकार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. गौरतलब है कि भारत अपनी जरूरत का दो तिहाई तेल आयात करता है.