औद्योगिक उत्पादन 3.8 फीसदी घटा, महंगाई दर तीन साल में सबसे अधिक
बिजली, खनन और विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन के कारण औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर महीने में 3.8 प्रतिशत घट गया. वहीं खाने पीने की वस्तुओं के दाम चढ़ने से नवंबर माह में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंच गई. यह इसका तीन साल का उच्चस्तर है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के रूप में मापा जाने वाले औद्योगिक उत्पादन में एक साल पहले अक्टूबर में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में नरमी दर्ज की गई. इसमें अक्टूबर महीने में 2.1 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक साल पहले इसी महीने में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
वहीं बिजली उत्पादन में अक्टूबर 2019 में तीव्र 12.2 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि पिछले साल इसी महीने इसमें 10.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
खनन उत्पादन भी अक्टूबर महीने में 8 प्रतिशत गिरा जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में इसमें 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
दूसरी तरफ उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इसी साल अक्टूबर में 4.62 प्रतिशत और नवंबर, 2018 में 2.33 प्रतिशत रही थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर महीने के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 10.01 प्रतिशत पर पहुंच गई. अक्टूबर में यह 7.89 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने में 2.61 प्रतिशत थी.
इससे पहले जुलाई, 2016 में खुदरा मुद्रास्फीति 6.07 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
सरकार ने रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के दायरे में (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) रखने का लक्ष्य दिया है.