डेविस कप: इटली से हारकर भारत मुकाबले से बाहर
भारत ने युगल में ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन किया लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं था और इटली ने शनिवार को पहला एकल जीतकर मेजबान टीम को 3-1 से पराजित कर पहले डेविस कप विश्व फाइनल्स में प्रवेश किया.
आंद्रियास सेप्पी ने भारत के नंबर एक खिलाड़ी प्रज्नेश गुणेश्वरन को पहले एकल मैच में 6-1, 6-4 से शिकस्त दी, इससे पहले भारत ने युगल मैच जीतकर इटली की वाइटवाश की उम्मीद तोड़ दी थी.
इटली ने बीती रात 2-0 से बढ़त बनायी हुई थी, लेकिन सिमोन बोलेली और मातेओ बेरेतिनी युगल में भारत के रोहन बोपन्ना और दिविज शरण से हार गए. इसके बाद भारत की उम्मीदें बरकरार थीं. लेकिन एकल में हार के बाद निराशा ही टीम के हाथ आई.
चौंतीस वर्षीय सेप्पी पर इटली के युगल मुकाबले में मिली हार का कोई असर नहीं दिखा, उन्होंने 62 मिनट में 102वीं रैंकिंग पर काबिज गुणेश्वरन को शिकस्त देकर अपनी टीम को नवंबर में मैड्रिड में होने वाले फाइनल्स में पहुंचा दिया.
सेप्पी ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह हमारे लिये लिये अहम जीत थी. निश्चित रूप से कड़े युगल के बाद मुझे अंत में निर्णायक एकल खेलना था और मैं इसमें मजबूती से खेला. ’’
प्रज्नेश के पास एटीपी एकल रैंकिंग में 37वें स्थान पर काबिज सेप्पी के खिलाफ मैच के पहले सेट में जरा भी मौका नहीं था, हालांकि इस खिलाड़ी ने दूसरे सेट में थोड़ा बेहतर खेल दिखाया लेकिन 40 सहज गलतियों ने उसकी उम्मीदें तोड़ दीं.
विश्व रैंकिंग में 19वें नंबर पर काबिज भारत अब साल के अंत में क्षेत्रीय ग्रुप में खेलेगा.
भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने इसे निराशाजनक करार करते हुए कहा, ‘‘हम सभी को भरोसा था, लेकिन हमें कल एक अंक जीतना चाहिए था. 0-2 से पिछड़ने के बाद जीतना कठिन काम है.’’
दुनिया की 10वें नंबर की टीम इटली के तीन खिलाड़ी शीर्ष 60 रैंकिंग में काबिज हैं लेकिन कोई भी भारतीय खिलाड़ी शीर्ष 100 में शामिल नहीं है. भूपति ने कहा कि देश को इस हार के बाद हकीकत से रूबरू होने की जरूरत है.