जेट एयरवेज की हिस्सेदारी बेचने के लिए छह अप्रैल को बोली


Life threatens Plane Hijack, 5 crores penalty

 

कर्ज में डूबी जेट एयरवेज के कर्जदाताओं ने एयरलाइन की हिस्सेदारी बेचने की घोषणा कर दी है. खबरों के मुताबिक इसके लिए छह अप्रैल को बोली आमंत्रित की जाएगी.

जेट एयरवेज की ओर से कहा गया कि समयबद्ध समाधान योजना के तहत वे एयरलाइन में हिस्सेदारी बिक्री के लिए छह अप्रैल को बोली आमंत्रित करेंगे.

भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में कर्जदाताओं के समूह ने नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया. और हिस्सेदारी बिक्री के लिये समयसीमा का निर्धारण किया.

जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थानों के समूह ने कहा कि बोली छह अप्रैल को आमंत्रित की जाएगी और उसे जमा करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल होगी.

बयान के अनुसार कर्जदाताओं को यह पता है कि इस प्रयास का परिणाम कंपनी में हिस्सेदारी बिक्री पर पक्षों की रूचि पर निर्भर करेगा.

इसमें कहा गया है कि हिस्सेदारी बिक्री के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. लेकिन इनका अगर कोई स्वीकार्य नतीजा नहीं आता है तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा.

कर्ज समाधान योजना के तहत बैंकों ने एयरलाइन को अपने नियंत्रण में ले लिया है. भारतीय स्टेट बैंक जेट एयरवेज की एयरवेज की सबसे बड़ी देनदार है.

वित्तीय संकट में फंसी जेट एयरवेज अपने 16 हजार कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन नहीं दे पाई है.

जेट एयरवेज पिछले साल अगस्त महीने से अपने पायलटों, इंजीनियरों और वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में देरी करती रही है.

इस एयरलाइंस को संकट से उबारने के लिए एसबीआई नई योजना लेकर आई है. इस योजना में दो अज्ञात निवेशकों का 3,850 करोड़, राज्य संचालित उधारदाताओं के 850 करोड़ और 485 करोड़ पब्लिक शेयर होल्डर से जुटाए जाएंगे.

इसके अलावा 2,400 करोड़ का अतिरिक्त कर्ज और 2,000 करोड़ रुपये नॉन-फंड आधारित सेवाओं से जुटाए जाएंगे.


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