कर्ज में डूबे किसान की मौत, प्रदर्शन में शामिल होने आया था दिल्ली
महाराष्ट्र के कोलाहपुर से किसान मुक्ति मार्च का हिस्सा बनने आए 52 वर्षीय किसान किरण संतापा गेरवाड़े की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है.
पुणे में तकलीवाड़ी, शिरूर तालुका के रहने वाले किरण अपने साथियों के साथ किसान मार्च में हिस्सा लेने दिल्ली आए थे. 30 दिसंबर की रात पहाड़गंज में आंबेडकर भवन की तीसरी मंजिल से गिरकर किरण की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) को सौंप दिया है. यह संगठन सांसद राजू शेट्टी चलाते हैं. किरण इस संगठन से पिछले 15 सालों से जुड़ें हुए थे.
शुरुआती जांच में पुलिस इसे दुर्घटना बता रही है.
वहीं किरण के साथ आए किसान कह रहे हैं कि किरण ने आत्महत्या की है. उन्होंने बताया कि, “किरण के ऊपर 6 लाख रूपए का कर्ज हैै. वो कर्ज की वजह से काफी समय से परेशान चल रहा था, बढ़ते कर्ज की वजह से ही उसने आत्महत्या की है.”
किरण के साथियों ने बताया कि, “वो साल 2002 से किसान राजनीति में सक्रिय था. वो खेती-किसानी के मुद्दों पर हमेशा से अपनी आवाज उठाता था. यही वजह है कि वो हमारे साथ यहां दिल्ली आया था.”
एसएसएस के संस्थापक राजू सेट्टी ने किरण की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने उनके बेटे से बात की है. वो मुझसे पिता का शव घर भेजने की विनती कर रहा था. यूनियन के सभी सदस्य उनके परिवार के साथ हैं. यूनियन किरण के परिवार को आर्थिक सहायता देने की पूरी कोशिश करेगा.”
इस मामले में पुलिस जांच जारी है और अब तक मौत के कारणों के बारे में नहीं पता चल सका है.