‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर बैन की खबर भ्रामक और गलत: मध्य प्रदेश सरकार
मध्य प्रदेश में ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ फिल्म को प्रतिबंधित कर दिए जाने की खबर फैलने के बाद राज्य सरकार ने स्थिति स्पष्ट करते हुए सूचना दिया है कि इस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है.
मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग ने इस संबंध में चल रही अफवाहों को शांत करने के लिए ट्वीटर पर सूचना जारी किया है कि फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. विभाग ने कहा कि मीडिया में चल रही प्रतिबंध की खबर ‘भ्रामक और गलत’ है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर आने के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच टकराहट तेज हो गई है. जहां बीजेपी ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर अकाउंट से इसे शेयर किया है वही कांग्रेस के नेताओं ने इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
यह फिल्म 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले जनवरी में रिलीज होने वाली है. फिल्म पर आरोप है कि इसमें तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है. इस आरोप के बाद राजनीतिक हलकों में गहरा विवाद पैदा हो गया है.
बता दें कि यह फिल्म 2004 से 2008 तक मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की इसी नाम से आई किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर आधारित है. फिल्म में मनमोहन सिंह का किरदार अभिनेता अनुपम खेर ने निभाया है. फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर के मुताबिक ‘‘यह एक प्रधानमंत्री के कार्यालय की कहानी है”
कांग्रेस नेताओं ने ‘एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस को लेकर बीजेपी का दुष्प्रचार काम नहीं करेगा और सच की जीत होगी. पार्टी नेता पीएल पुनिया ने कहा कि यह बीजेपी की नाकामी छिपाने के लिए मोदी सरकार की ओर से अपनाया गया हथकंडा है.
वही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्रकारों से इस फिल्म पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
फिल्म से जुड़े भाजपा के एक ट्वीट के जवाब में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘भाजपा का यह दुष्प्रचार हमें मोदी सरकार से ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं, बेरोजगारी, नोटबंदी का त्रासदी, जीएसटी को गलत ढंग से लागू करने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार से सवाल करने से नहीं रोक सकता.’’