मैरी कॉम ने मुक्केबाजी में स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास
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भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में छठी बार स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. वह विश्व स्तरीय चैम्पियनशिप में सबसे अधिक खिताब जीतने वाली खिलाड़ी बन गई हैं. दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 48 किलोग्राम वर्ग के मैच में उन्होंने उक्रेन की मुक्केबाज हना उखोता को 5-0 से मात दी.
अबतक यह रिकार्ड क्यूबा के खिलाड़ी फेलिक्स सावोन के नाम था. सावोन ने अपने कैरियर में छह स्वर्ण और एक रजत पद जीतकर इस रिकार्ड को अपने नाम किया था. भारतीय धरती पर जीत के बाद मैरी कॉम इस क्लब में शामिल हो गई हैं.
जीत के बाद मैरी कॉम ने दोस्तो को धन्यवाद दिया है, हालांकि उन्होंने कहा कि वजन को लेकर उनकी चिंता बनी हुई है. उन्होंने कहा, ” आप हमारे खेल को देखने के लिए आए. हमें प्रोत्साहित करने के लिए आपका आभार . आपके प्यार और समर्थन से मैं 2020 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेल के लिए तैयार हूं. चार साल पहले मैं सफल नहीं हो पाई थी. मैं अब भी अपने वजन को लेकर परेशान हूं.”
“आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद. मेरे पास देश को गोल्ड देने के अलावा कुछ नहीं है. मैं 2020 में गोल्ड जीतने का सपना देख रही हूं.”
16 साल की उम्र में मैरी कॉम ने पहला गोल्ड मेडल जीता था. 35 साल की उम्र में उन्होंने 6ठा स्वर्ण पदक जीता है.