खनन क्षेत्र में रोजगार के मौके घटे : फिमी


Mining sector reduced employment opportunities: Fimi

 

खनन क्षेत्र के संगठन फिमि ने कहा है कि इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में कमी आ रही है. संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खनन क्षेत्र में सुधारों में दखल देने की मांग करते हुए कहा कि यह क्षेत्र करीब पांच करोड़ लोगों को रोजगार दे सकता है.

फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (फिमि) ने प्रधानमंत्री को पांच सितंबर को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘देश में अन्य क्षेत्रों की तरह खनन क्षेत्र भी रोजगार के अवसरों में कमी की समस्या से जूझ रहा है. सरकार के समर्थन तथा सुधारों से प्रत्यक्ष तौर रोजगार के 50 लाख अवसर तथा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों मिलाकर पांच करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकता है.’’

फिमि ने कहा कि खनन क्षेत्र एक समय देश में रोजगार देने के मामले में तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्र था. उसने कहा कि ये रोजगार मुख्यत: ऐसे राज्यों में सृजित हुए जिनकी प्रति व्यक्ति आय कम है.

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ठेका विनिर्माण, कोयला खनन और संबंधित बुनियादी ढांचे में स्वत: मंजूरी मार्ग से 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है.

कोल इंडिया लिमिटेड के पांच कर्मचारी संगठनों समेत सिंगरेणी कॉलरीज कंपनी लिमिटेड और राज्य सरकारों के स्वामित्व वाली अन्य कोयला कंपनियों के कर्मचारी 24 सितंबर को हड़ताल करेंगे. यह हड़ताल खनन में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति दिये जाने के विरोध में बुलाई गई है. कोल इंडिया के पांचों कर्मचारी संगठन करीब पांच लाख श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं.


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