राजस्थान : वसुंधरा राजे ने दिया इस्तीफा, कांग्रेस ने की सरकार बनाने की तैयारी


Raj assembly passes anti-mob lynching Bill

 

कांग्रेस ने राजस्थान में सत्तारूढ़ बीजेपी को शिकस्त दी है. कांग्रेस 99 सीटों पर जीत के साथ बहुमत के जादुई आंकड़े से केवल दो सीटों की दूरी पर है. कांग्रेस शाम तक सरकार बनाने का दावा पेश करेगी. बीजेपी की हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंप दिया है.

कांग्रेस विधायक दल की बुधवार को बैठक होगी जिसमें विधायक दल नेता सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री पद पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान करेगा.

राज्य की 200 में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था. परिणामों के अनुसार कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. बीजेपी को 73 सीटों पर जीत मिली हैं. बीएसपी छह, सीपीएम दो सीटों पर जीत दर्ज की हैं. 12 सीटों पर निर्दलीय और छह पर अन्य विजयी रहे हैं. एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए है.

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के मुताबिक विधायक दल की बैठक में विधायकों की राय ली जाएगी और पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा. इसके बाद शाम को भी बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री का नाम तय हो सकता है. यहां सचिन पायलट और अशोक गहलोत सीएम बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. पार्टी दल की बैठक के बाद ही सीएम के चेहरे से पर्दा उठेगा.

चुनाव में पार्टी की हार के बाद  11 दिसंबर की रात मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रात लगभग सवा आठ बजे राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलीं और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. बाद में जारी एक बयान में वसुंधरा ने कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए कहा, ‘जनादेश सिर आंखों पर.’

जहां तक परिणाम की बात है तो कांग्रेस के सचिन पायलट सहित सभी प्रमुख नेता चुनाव जीत चुके हैं. हालांकि झालरापाटन पर मानवेंद्र सिंह हार गए. यहां से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार पांचवीं बार जीतीं. इसी तरह कांग्रेस के वरिष्ठ जाट नेता व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी नोखा सीट पर हार गए.

जहां तक बीजेपी का सवाल है तो मुख्यमंत्री राजे के साथ उनके गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ, पंचायत राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ और उच्च शिक्षा मंत्री किरण महेश्वरी जीत गये हैं, लेकिन वसुंधरा राजे सरकार में कद्दावर रहे कई मंत्री विधानसभा चुनाव हार गए हैं. इनमें परिवहन मंत्री युनूस खान, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, जल संसाधन मंत्री डा रामप्रताप, गोपाल मंत्री ओटाराम देवासी, कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी, सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक व खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी हैं.

राज्य की 200 सीटों की विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 101 का है. फिलहाल 199 सीटों पर चुनाव हुआ है जबकि बीएसपी प्रत्याशी के निधन के चलते रामगढ़ सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है.