टोक्यो ओलंपिक में इन भारतीय खिलाड़ियों पर होगी देश की नजर


top Indian player who can perform Tokyo Olympics

 

अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में कई भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन पर पूरे देश की निगाहें होंगी. पिछली बार हुए रियो ओलंपिक में भारत को सिर्फ दो मेडल से ही संतोष करना पड़ा था. लेकिन वेबसाइट ईएसपीएन के मुताबिक इस बार देश में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका प्रदर्शन देखकर उनसे अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में मेडल की उम्मीद की जा सकती है.

इन खिलाड़ियों पर होगी देश की नजर

दीपा कर्माकर– पहली भारतीय जिम्नास्टिक खिलाड़ी जिसने ओलंपिक खेलों में भाग लिया और चौथे स्थान पर रहीं. पहली बार दीपा कर्माकर ने ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में ब्रोंज मेडल जीतकर देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था. वह एशियन गेम्स चैम्पियनशिप में चौथे स्थान पर रही थीं. जुलाई 2018 में टर्की के मेर्सीन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक चैम्पियनशिप में दीपा कर्माकर ने गोल्ड मेडल जीता था. अब पूरे देश की निगाहें दीपा कर्माकर के पहले ओलंपिक मेडल पर होने वाली हैं.

बजरंग पूनिया– बजरंग पूनिया पिछली नौ कुश्ती प्रतियोगिताओं में आठ बार गोल्ड मेडल जीत चुके हैं और वह पूरी तरह से फिट भी हैं. वह ओलंपिक में ब्रोंज मेडल जीतने वाले सुशील कुमार के शिष्य हैं. उन्होंने एशियन गेम्स में एक स्वर्ण और एक रजत, कॉमनवेल्थ गेम्स में एक स्वर्ण और एक रजत, एशियन चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य, विश्व चैम्पियनशिप में एक रजत और एक कांस्य जीता है.  25 वर्षीय बजरंग पूनिया की निगाहें अब टोक्यो में आयोजित 2020 ओलंपिक पर टिकी होंगी जहां वह अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने के लिए खेलेंगे.

मीराबाई चानू- 48 किलो वर्ग से 49 किलो वर्ग में पहुंचने के बाद चोट से गुजर रहीं मीराबाई चानू पर भी देश की निगाहें टिकी होंगी. पिछले साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद कमर दर्द से जूझ रहीं मीराबाई चानू को एशियन गेम्स और विश्व चैम्पियन से बाहर रहना पड़ा था. लेकिन नौ महीने से भारोत्तोलन खेल से दूर रहने के बाद जोरदार वापसी कर वह इस साल थाइलैंड में हुए ईजीटीए कप में स्वर्ण पदक जीतकर एक बार फिर से ओलंपिक में मेडल जीतने की दावेदारी मजबूत कर चुकी हैं.

पीवी सिंधु– विश्व महिला बैडमिंटन की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर कायम पीवी सिंधु इस वक्त बेहतरीन प्रदर्शन से गुजर रही हैं. रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पीवी सिंधु पिछले हफ्ते हुए इंडोनेशिया कप के फाइनल में दूसरे स्थान पर रही थीं. साल 2016 के बाद से सिंधु ने 24 प्रतियोगिताओं में 19 बार जीत हासिल की है. अब पीवी सिंधु की निगाहें अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक पर होंगी.

मानू भाकर और सौरभ चौधरी– इन दोनों ने 12वीं एशियाई एयर गन चैम्पियनशिप में 10 मीटर मिश्रित एयर पिस्टल में नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था. पिछले चार महीनों में तीन विश्व कप मेडल जीतने वाली यह जोड़ी अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने की पूरी कोशिश करेगी.

नीरज चोपड़ा- नीरज चोपड़ा भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाला फेंकने (जैवलिन थ्रो) वाले खिलाड़ी हैं. अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वह दूसरे भारतीय हैं. बायडगोसज्च्ज़, पोलैंड में आयोजित 2016 आइएएएफ अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है. इस पदक के साथ-साथ उन्होंने जूनियर प्रतिस्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है. लेकिन इसके बाद नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर 2017 एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है. 22 वर्षीय नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतकर भारत का नाम जेवलिन थ्रो में रौशन करने की पूरी कोशिश करेंगे.


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