सियासत और ग्लैमर की जुगलमंदी


 

फ़िल्मों से सियासत में रुख़ करने का ट्रेंड नया नहीं है. 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक यह ट्रेंड बना हुआ है बल्कि लगातार बढ़ता रहा है.