इतिहास के झरोखे से भारतीय क्रिकेट टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा


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भारतीय क्रिकेट टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा! यह बात सुनते ही दिमाग में कुछ तस्वीरें कौंधने लगती हैं. तेज उछाल भरी सपाट पिच, सीने के बराबर से हवा में लहराती गेंद. डक, हुक और पुल शॉट से भरपूर रोमांचक खेल. तमाम इंतजार के बाद दर्शकों को जल्द ही यह सब देखने को मिलने वाला है.

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है. दो महीने चलने वाले इस दौरे में तीन टी-20, तीन एकदिवसीय और चार टेस्ट मैचों का कार्यक्रम था. फिलहाल तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली जा चुकी है, जिसका परिणाम बराबरी पर छूटा.

अब बारी है खिलाड़ियों की असली परीक्षा की यानि टेस्ट मैच की. चार टेस्ट मैचों की इस सीरीज की शुरुआत 6 दिसंबर को एडीलेड ओवल में खेले जाने वाले टेस्ट मैच से होगी.

अगर पलटकर रिकॉर्ड बुक पर एक नजर डालें तो दोनों टीमों के बीच अब तक खेले गए टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम कहीं नहीं ठहरती. दोनों देशों के बीच पहली टेस्ट सीरीज वर्ष 1947-48 में खेली गई थी.

जब भारतीय टीम पहली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी. उस समय महान क्रिकेटर सर डॉन ब्रेडमैन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान हुआ करते थे. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को इस सीरीज में 4-0 से शिकस्त दी थी.

इसके बाद तो जैसे ऑस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला चल निकला. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक के बाद एक तीन टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम को हार का स्वाद चखाया.

भारतीय टीम की हार का यह सिलसिला 1964-65 में उस समय टूटा जब मंसूर अली खां पटौदी की अगुवाई वाली टीम ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज ड्रॉ खेली.

लेकिन यह क्रम आगे जारी नहीं रह पाया और एक बार फिर से भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों लगातार तीन टेस्ट सीरीज गंवा बैठी. भारत को टेस्ट सिरीज की जीत का पहला स्वाद सुनील गावस्कर की कप्तानी वाली टेस्ट टीम ने दिलवाया.

1979-80 में खेली गई छह टेस्ट मैचों की इस सीरीज में भारत 2-0 से जीत दर्ज की. इसके बाद दोनों कद्दावर टीमों के बीच हार-जीत का सिलसिला जारी रहा.

दोनों देशों के बीच 1996 से होने वाली टेस्ट सीरीज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के नाम से जाना जाता है. इस ट्रॉफी की पहली सीरीज भारत में खेली गई थी. दिल्ली में हुए इस सीरीज के एक मात्र मैच में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की थी.

दोनों देशों के बीच अब तक कुल 25 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं. जिनमें से ऑस्ट्रेलिया 12 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज करने में सफल रहा है. भारत ने आठ टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की है, जबकि पांच टेस्ट सीरीज ड्रॉ रहीं हैं.

अगर कुल दोनों देशों के बीच खेले गए कुल टेस्ट मैचों की बात करें तो इनकी संख्या 94 है. जिनमें से 41 ऑस्ट्रलिया के खाते में गए हैं, जबकि भारत 26 टेस्ट मैचों में ही जीत का मुंह देख सका है. इनमें से 27 टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुए हैं.

भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया दौरे की तस्वीर तो एक दुस्वप्न की तरह है. हाल यह है कि भारतीय टीम अब तक यहां एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है.

दोनों देशों के बीच ऑस्ट्रेलिया में कुल 12 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं. जिसमें से नौ ऑस्ट्रेलिया ने जीती हैं, जबकि तीन ड्रॉ रही हैं. इस दौरान कुल 44 टेस्ट मैच खेले गए हैं. कंगारू टीम इनमें से 28 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रही है. भारत को पांच मैचों में जीत मिली है, जबकि 11 मैच ड्रॉ रहे हैं.

खैर रिकॉर्ड सिर्फ किताबी चीज हैं, असली परीक्षा तो मैदान पर होती है. कहते हैं क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और हर बार चीजें नए सिरे से होती हैं. अगर टीम संयोजन की बात करें तो विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आती है.

विश्व टेस्ट रैकिंग में भारतीय टीम नंबर एक की पोजीशन पर काबिज है. जबकि ऑस्ट्रेलिया इस समय नंबर पांच की टीम है.

रिकॉर्ड बुक से बाहर आकर बात करते हैं इस सीरीज के कार्यक्रम की. सीरीज की पहली धमाचौकड़ी होगी एडीलेड के ओवल क्रिकेट ग्राउंड में. यह मैच 6 से 7 दिसंबर के बीच खेला जायेगा. इस सीरीज का दूसरा मैच 14 से 18 दिसंबर के बीच तेज गेंदबाजों का स्वर्ग मानी जाने वाली पर्थ की पिच पर होगा.

सीरीज का तीसरा मैच एमसीजी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जायेगा. जबकि चौथा और अंतिम टेस्ट मैच एससीजी स्टेडियम में 3 से 7 जनवरी के बीच खेला जायेगा.


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