पहली तिमाही के अंत में MSE क्षेत्र का माहौल थोड़ा सकारात्मक: क्रिसिल सर्वे


sentiment among mse moderates says crisil survey

 

क्रिसिल की तरफ से कराए गए क्रिसीडेक्स सर्वे में यह सामने आया है कि वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के अंत में लघु एवं मध्यम उद्योग का माहौल थोड़ा सकारात्मक हुआ है.

क्रिसिल के लघु एवं मध्यम उद्योग के माहौल का पता लगाने वाले सूचकांक क्रिसीडेक्स में वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही का स्कोर 120 प्वाइंट रहा. वहीं इससे पहले वाली तिमाही में यह 122 था. वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में यह 127 था.

रोचक बात यह है कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में एक साझा पैमाने, रोजगार के आधार पर दोनों क्षेत्रों में इंडेक्स सकारात्मक रहा है. हालांकि, बाकी दूसरे इंडेक्स पैमानों पर दोनों क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले नकारात्मक रहे.

सिडबी के प्रबंध निदेशक मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, “हालांकि, लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र खुद को आर्थिक मंदी से अलग नहीं कर सकता है. लेकिन व्यावसायिक सेवाओं, स्वास्थ्य सुविधा प्रदाताओं और मानव संसाधन जैसे कुछ क्षेत्रों में साल दर साल सकारात्मक माहौल बना है. वहीं गहनों और जवाहरात, रसायन और ऑटो कंपोनेंट्स में माहौल उतना ठीक नहीं है.”

विनिर्माण क्षेत्र की बात करें तो सर्वे बताता है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही को 27 प्रतिशत विनिर्माणकर्ताओं ने अच्छा बताया. पिछले वर्ष की पहली तिमाही के लिए यह संख्या 45 प्रतिशत थी. वहीं सेवा क्षेत्र में इस तिमाही को अच्छा बताने वाले 28 प्रतिशत रहे. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह हिस्सा 44 प्रतिशत था. हालांकि, सर्वे में साफ हुआ है कि सर्वे में हिस्सा लेने वालों ने अगली तिमाही के लिए आशा जताई है.

क्रिसिल लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमीश मेहता ने कहा, “विनिर्माण क्षेत्र के माहौल पर खपत में कमी का प्रभाव पड़ा. खपत में कमी चुनाव से पहले घरेलू निविदा में धीमेपन और ऑटो सेक्टर में स्वामित्व की अधिक कीमतों की वजह से हुई. वहीं सेवा क्षेत्र में माहौल विनिर्माण क्षेत्र के मुकाबले तेजी से संतुलित नहीं हुआ. सेवा क्षेत्र का माहौल मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक वृद्धि के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा.”


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