जीडीपी की गणना के लिए बेस ईयर बदलने पर विचार
मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन अगले कुछ महीनों में जीडीपी गणना के लिए एक नए बेस ईयर पर फैसला लेगा. मंत्रालय, नेशनल अकाउंट्स के लिए एक नई सीरीज लाने पर काम कर रहा है. बेस ईयर के रूप में 2017-18 पर विचार किया जा रहा है लेकिन अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. ऐसे में विपक्ष ने जीडीपी बेस ईयर पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश का कहना है कि 2017-2018 की जगह 2018-2019 को बेस ईयर बनना चाहिए. जीडीपी बेस ईयर क्या है, इसके मानक क्या हैं इसे जानने के लिए अर्थशास्त्री प्रोफेसर प्रवीण झा से खास बातचीत की हमारे संवाददाता प्रशांत त्यागी ने.