विनिवेश आखिरी रास्ता नहीं!
एयर इंडिया को मार्च 2020 तक बेचने की योजना है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन पर 78 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है. उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में लोकसभा में एयर इंडिया के आंकड़ों की जानकारी दी कि एयर इंडिया को बीते वित्त वर्ष (2018-19) में 8,556.35 करोड़ रुपए का घाटा हुआ. यह अब तक का सबसे बड़ा सालाना नुकसान है. सरकार के एयर इंडिया के विनिवेश के फैसले पर हाल ही एयर इंडिया के पूर्व कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी. इन कर्मचारियों का कहना है की एयर इंडिया में सुधार किया जा सकता है और विनिवेश ही एकमात्र विकल्प नहीं है. इस बारे में एयर इंडिया की पूर्व विमान सुरक्षा निदेशक एस.एस. पनेसर से विशेष बातचीत.