लीची ने नहीं ली बिहार में बच्चों की जान


 

कुछ प्रारंभिक अध्ययनों से बात सामने आयी है कि बिहार में लीची खाने से नहीं हुई थी बच्चों की मौत। जिन बच्चों की जून 2019 में मृत्यु हुई थी उनमें से लगभग आधे बच्चों ने कभी लीची नहीं खायी थी और बाक़ी बच्चे 2 वर्ष से कम की आयु के थे और लीची नहीं खा सकते थे। Acute encephalitis syndrome (AES) से हुई थी सभी बच्चों की मौत। इस निष्कर्ष के बाद Indian Medical Council ने AES के बढ़ते cases का कारण जानने के लिए जाँच का आदेश दिया है। हालाँकि सरकार ने heat wave और लीची को कारण बताया था पर सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना था कि कुपोषण और स्वस्थ infrastructure की कमी के कारण बीमारी को क़ाबू नहीं किया जा सका।


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