हमारी Political Economy में हैं कृषि संकट की जड़ें


 

भारत का कृषि संकट अकारण नहीं है. बल्कि इसकी जड़ें हमारी पॉलिटिकल इकॉनमी में छिपी हैं. समृद्ध भारत फाउंडेशन और राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कॉटेम्पररी स्टडीज की तरफ से आयोजित नेशनल इकॉनमी कॉन्कलेव में JNU के प्रोफेसर और अर्थशास्त्री डॉ. हिमांशु ने ये बात कही. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की नीतियों से खेती-किसानी की हालत और बिगड़ी है.


वीडियो