Rajneeti : अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर में आखिर रास्ता क्या है?


 

कोरोना और उससे मुकाबले के लिए किए गए लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था की बुनियाद को हिला दिया है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का कहना है कि उदारीकरण के बाद आयी यह मंदी सबसे भीषण साबित हो रही है. इन सबके बीच MSMEs मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र की तरह राज्य सरकारें भी 20 लाख करोड़ का पैकेज दें. क्या केंद्र सरकार हकीकत से बेपरवाह है या उसे संकट समझ ही नहीं आ रहा?


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