रांची में तीन युवकों से बदसलूकी, ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिए मजबूर किया
रांची के महात्मा गांधी मार्ग पर पांच जुलाई को अल्पसंख्यक समुदाय के तीन युवकों के साथ बदसलूकी करने और कथित तौर पर उन्हें ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिए मजबूर करने की वजह से तनाव उत्पन्न हो गया. पास के अस्पताल में इलाज करवाने के बाद युवकों को घर भेज दिया गया.
इसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय के गुस्साए लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए चर्च कॉप्लेक्स के पास महात्मा गांधी मार्ग को जाम कर दिया. पुलिस स्थिति को संभालने के लिए तुरंत घटनास्थल पर पहुंची. हालांकि, समुदाय के नेता देर शाम तक प्रदर्शन करते रहे.
एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया, “स्थिति के मद्देनजर हमने महात्मा गांधी मार्ग के पास पुलिस को तैनात किया है. इलाके में अभी शांति है. हम स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं.”
पीड़ित आमिर वसीम ने बताया के वो और उसके दोस्त अल्ताफ अली और अली अहमद एयरपोर्ट इलाके में फोटो लेने गए थे.
आमिर ने बताया, “हम लोग अपने दुपहिया वाहनों पर सवार थे और हमने कुर्ता पायजामा पहन रखा था. इस बीच कुछ लोगों ने हमें रोका. बिना किसी उकसावे के उन्होंने हमें पीटा और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को कहा. जैसे ही भीड़ बढ़ने लगी, हम उस जगह से भाग निकले.”
आमिर वसीम ने ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है. वसीम ने बताया कि बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के पास एक सुरक्षाकर्मी ने उन लोगों को बचाया.
इससे पहले झारखंड के सरायकेला में पिछले महीने एक 24 वर्षीय युवक तबरेज अंसारी की हत्या भीड़ ने पीट-पीटकर कर दी थी. झारखंड कांग्रेस के अनुसार 2016 के बाद से राज्य में मॉब लिंचिंग की 18 घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
पांच जुलाई को अपने समुदाय के लोगों पर हो रहे हमलों के विरोध में रांची में मुसलमानों ने ‘आक्रोश’ रैली निकाली.