10 फीसदी सवर्ण आरक्षण संविधान की हत्या: चंद्रशेखर
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भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने न्यूज़ प्लेटफॉर्म से खास बातचीत में कहा है कि संविधान की वजह से दलितों को शिक्षा तक पहुंचने का अधिकार मिला था. वह 13 प्वाइंट रोस्टर की वजह से खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट में भी जातिवाद है, और यह फैसला जज का ही है. इसलिए इसपर सवाल उठाया जा सकता है. इसके लिए उन्होंने बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा कि सरकार पिछले दरवाजे से जो कर रही है वह हमें दिखाई दे रही है; सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो फैसला आया है वह अन्यायपूर्ण है.
उन्होंने कहा, “मैं संविधान का समर्थक हूं, अभी सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण दिया गया, यह सामाजिक गैरबराबरी के आधार पर दिए गए आरक्षण को बदलने का प्रयास है. इस पर सभी दल चुप हैं. यह संविधान की हत्या है. और मैं संविधान के हत्यारे का समर्थन कैसे करूं?”
उन्होंने कहा कि बहनजी(मायावती) हमें अपना राजनीतिक प्रतिद्वंदी मानती हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन को समर्थन दिया है. बीजेपी को हराने के लिए वह अन्य दलों का भी समर्थन करेंगे.
उन्होंने कहा कि तिरंगे को अपने मुख्यालय पर नहीं लगाने वाले राष्ट्रभक्ति का परिचय देते हैं. संघ और बीजेपी नहीं तय करेंगे कि कौन राष्ट्रभक्त हैं.
आगामी चुनाव में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भीम आर्मी बहुत बड़ा परिवार है. संगठन का जो निर्णय होगा उसपर आगे बढ़ा जाएगा. हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि वह राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुफ्त चिकित्सा, शिक्षा और न्याय संगठन का मकसद है.