2018 में अफगान युद्ध में मारे गए सबसे ज्यादा आम नागरिक
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में पिछले दो दशक के युद्ध में साल 2018 में किसी भी अन्य साल के मुकाबले सबसे ज्यादा आम नागरिक मारे गए हैं.
इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2017 की अपेक्षा 2018 में सैन्य लोगों की मौत की संख्या 11 फीसदी बढ़ गई है. साल 2018 में 3,804 लोग मारे गए और 7,189 लोग घायल हो गए. 2018 में तालिबान और आईएसआईएस के आतंकियों ने आम नागरिक को अपना आसान शिकार भी बनाया है.
युद्ध ग्रस्त इस देश में पिछले साल लगातार हुए आत्मघाती हमले और बमबारी से इस देश में तबाही छाई रही.
आम नागरिकों की मौत में इजाफा की वजह अमेरिका और अफगानिस्तान की ओर से हवाई हमला भी रही है. इन हवाई हमलों की चपेट में आने की वजह से करीब 5 सौ नागरिक की जान चली गई.
अफगानिस्तान में संघर्ष समाप्त करने के लिए अमेरिका और तालिबान के बीच हो रही अगले चरण की वार्ता से पहले यह रिपोर्ट आई है. इस वार्ता से शांति की उम्मीद के बीच यह डर भी बढ़ गया है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के जाने के बाद खूनी गृहयुद्ध शुरू हो सकता है.
अमेरिकन राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प इस बात पर जोर देते रहे हैं कि अफगानिस्तान से अमेरिकन सेना को वापस बुला लिया जाएगा. हालांकि अब भी यहां करीब 14 हजार अमेरिकन सैनिक मौजूद है.
अफगानिस्तान में युद्ध की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र का डेटा यह भी जाहिर करता है कि पिछले एक दशक में 32 हजार नागरिक मौत की घाट उतर चुके हैं और करीब 60 हजार घायल हुए हैं.
अकेले 2018 में ही आत्मघाती हमलों के 65 मामले दर्ज हैं इनमें ज्यादातर राजधानी काबुल में हुए. इसकी वजह से करीबन 2200 आम नागरिक मारे गए.