50 फीसदी वीवीपैट की गिनती के लिए 21 विपक्षी दलों ने फिर सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
तीन चरण के मतदान पूरे हो चुके हैं और चौथे चरण का प्रचार जारी है. ऐसे में ईवीएम में गड़बड़ी की जांच की मांग एक बार फिर से तेज हो रही है.
वीवीपीएटी मिलान को लेकर 21 विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक बार फिर समीक्षा याचिका दायर की है. इस याचिका में इन पार्टियों ने अदालत से मांग की है कि वह चुनाव आयोग को ईवीएम से वीवीपीएटी के 50 फीसदी मिलान करने का निर्देश दे.
इससे पहले 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को आदेश दिया था कि हर विधानसभा में एक की बजाए पांच बूथों पर ईवीएम-वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान होगा. सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश पर पार्टियों ने यह समीक्षा याचिका दायर किया है.
तीसरे चरण के मतदान के दौरान पूरे केरल में मशीनों की खराबी और दूसरी तरह की शिकायतें सामने आई हैं. अलपुज्झा जिले में ट्रॉयल के दौरान सभी वोट सिर्फ बीजेपी के खाते में दर्ज हो रहे थे. इसका कांग्रेस और वाम दलों ने विरोध जताया था.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसको लेकर चुनाव आयोग की आलोचना भी की है. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने ट्वीट किया कि गोवा में ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रहा है. ईवीएम में बीजेपी के पक्ष में वोट दर्ज हो रहे हैं.
ईवीएम में गड़बड़ी की बात कोई नई नहीं है. इससे पहले भी कई जगह से ईवीएम के खराब होने और इसकी जांच की खबरें आती रही हैं.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि उन्हें ईवीएम में गड़बड़ी की कई सूचनाएं मिली हैं.
अखिलेश ने कहा, “रामपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ईवीएम मशीन काम नहीं कर रहा है. 300 से अधिक मशीनों में गड़बड़ी है. मैनपुरी में भी कुछ मशीनें खराब हैं. देश में जहां भी चुनाव हो रहे हैं, मशीनों में गड़बड़ी की बात आ रही है.”
इसके अलावा पहले चरण के मतदान के दौरान मेरठ,असम,जम्मू कश्मीर और आंध प्रदेश से भी ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आई थीं.