अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में 4,000 लोगों की हुई गिरफ्तारी
अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में कम-से-कम 4,000 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. द हिंदू अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक न्यूज एजेंसी एएफपी ने सरकार के सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. इससे पहले जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने पूरे राज्य में गिरफ्तार हुए लोगों की संख्या के बारे में आंकड़ा नहीं होने की बात कही थी.
न्यूज एजेंसी एएफपी ने एक मजिस्ट्रेट के हवाले से कहा है कि पब्लिक सेफ्टी एक्ट(पीएसए) के तहत कम-से-कम 4,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस एक्ट के तहत बिना ट्रायल के दो साल तक किसी भी व्यक्ति को कैद में रखा जा सकता है.
मजिस्ट्रेट ने कहा कि कश्मीर की ज्यादातर जेलों में सीमा से अधिक कैदी हो गए हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया कि हिरासत में लिए जाने के बाद करीब 6,000 कैदियों की चिकित्सकीय जांच की गई है.
न्यूज एजेंसी का दावा है कि कई अधिकारियों, पुलिस कर्मियों और विभिन्न स्रोतों से बातचीत करने के बाद गिरफ्तार लोगों की संख्या का निर्धारण किया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक श्रीनगर में 17 अगस्त को हिंसा की कुछ घटनाओं के बाद शहर के कुछ हिस्सों में पाबंदियां कड़ी कर दी गईं. इस बीच हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब से कश्मीर लौट आया है.
अधिकारियों ने बताया कि घाटी के कई हिस्सों में रविवार को 14 वें दिन भी पाबंदियां जारी रहीं. शहर के अनेक हिस्सों में शनिवार को पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद हिंसा की कुछ घटनाओं को देखते हुए खास इलाकों में पाबंदियां फिर से लगा दी गईं हैं.
उन्होंने बताया कि कम से कम 12 जगहों पर प्रदर्शन हुए जिसमें अनेक प्रदर्शनकारी घायल हो गए. हालांकि घायलों की सटीक संख्या के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है.