जर्मनी: हनाऊ हमले के बाद धुर-दक्षिणपंथी पार्टी की निगरानी की मांग
जर्मनी के हनाऊ कस्बे के दो बार में 20 फरवरी को एक हमलावर द्वारा दो हमलों में 9 लोगों को मार देने के बाद जर्मनी के प्रमुख नेताओं ने धुर-दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर डॉयशेलैंड (एएफडी) की गतिविधियों पर निगरानी रखे जाने की मांग की है. नेताओं ने दावा किया है कि हनाऊ हमला पार्टी के नस्लवादी घृणा से भरे एजेंडे की वजह से हुआ है.
हनाऊ हमले में मारे गए सभी लोग प्रवासी बैकग्राउंड वाले हैं. पुलिस ने हमलावर की पहचान 43 वर्षीय टोबियाज आर के रूप में की है. उसने हमला करने से पहले इंटरनेट पर एक नस्लवादी घृणा से भरा वीडियो और अपना घोषणापत्र डाला था. हमला करने के बाद उसने अपने घर में अपनी 72 वर्षीय मां और खुद को गोली मार ली.
हमले के तुरंत बाद जर्मनी के पचास शहरों में हजारों लोगों ने सड़कों पर इकट्ठा होकर मृतकों के प्रति संवेदना जताई और ‘नाजियों बाहर जाओ, अब फिर से नहीं’ जैसे नारे लगाए.
इस बीच जर्मनी के गृह मंत्री हॉर्स्ट सीहोफर ने कहा कि वे मस्जिदों और ऐसे दूसरे स्थानों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाएंगे, जहां धुर दक्षिणपंथियों के हमले की संभावना है.
जर्मनी की सोशल डेमोक्रेट्स पार्टी के महासचिव लार्स क्लिंगबेल ने जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी पार्टी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि धुर दक्षिणपंथी पार्टी ने घृणा से भरी जुमलेबाजी को सामान्य बना दिया है. उन्होंने कहा कि धुर दक्षिणपंथी पार्टी ने जर्मनी के समाज में जहर घोलने का काम किया है.
जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी पार्टी ने इस हमले को पार्टी से जोड़े जाने पर आपत्ति जताई है.