देश के कई हिस्सों में कश्मीरी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार: मीडिया रिपोर्ट
हरियाणा में अंबाला की एक ग्राम पंचायत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद किराये पर रह रहे कश्मीरी छात्रों से 24 घंटे के अंदर मकान खाली करवाने को कहा है. सोशल मीडिया पर इस संबंध में एक वीडियो आया है.
इस वीडियो के सामने आने के बाद पांच-छह विद्यार्थियों को एमएम विश्वविद्यालय,
मुलाना में स्थानांतरित किया गया है.
इस वीडियो में मुलाना के ग्राम सरपंच नरेश राणा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘ग्रामीणों से कश्मीरी विद्यार्थियों से मकान खाली करवाने को कहा गया है…. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो जिनके मकान में ऐसे विद्यार्थी रह रहें होंगे, उन्हें गद्दार समझा जाएगा.’’
विश्वविद्यालय के एक न्यासी विशाल गर्ग ने बताया कि कुछ कश्मीरी विद्यार्थियों ने उनसे छात्रावास में ठहरने देने का अनुरोध किया था, उन्हें वहां ठहरा दिया गया है.
इस बीच, पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक 15 फरवरी को देहरादून में पढ़ने वाले दो कश्मीरी छात्रों ने सोशल मीडिया पर सेना के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद कश्मीरी छात्रों से उनके मकान मालिकों ने मकान खाली करवा दिए हैं.
देहरादून पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस को देहरादून में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम करने का भरोसा दिया है.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पढा़ई कर रहे कुछ छात्रों ने आरोप लगाया था कि पुलवामा हमले के बाद उनका उत्पीड़न किया गया और मकान मालिकों ने अपने घरों पर हमला होने के डर से उनसे मकान खाली करने के लिये कहा है.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने यहां कहा, “देहरादून में रह रहे कश्मीरी छात्रों के उत्पीड़न से जुड़ी खबरों को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस ने देहरादून पुलिस से बात की है।”
उन्होंने कहा कि देहरादून पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस को आश्वस्त किया है वह कश्मीरी युवाओं के प्रतिनिधियों के संपर्क में है और छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किये गए हैं.
कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है.
अंग्रेजी अखबार द हिन्दू के मुताबिक कश्मीरी छात्रों पर हमले की खबर आने के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया है.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी एजवाइजरी में कहा गया है, “देश के अन्य हिस्सों से जम्मू-कश्मीर के छात्रों और निवासियों को डराने-धमकाने की रिपोर्टे मिली हैं.”
बिहार के पटना में शॉल की दुकानों में तोड़फोड़ की खबर मिली है.
एक छात्र खवाहा इतरात के हवाले से स्क्रॉल ने कहा है, “जम्मू-कश्मीर छात्र यूनियन ने चंडीगढ़ में विश्वविद्यालयों और किराये के मकानों से निकाले गए कश्मीरी छात्रों के लिए 20 कमरों की अस्थायी व्यवस्था की गई है.”
इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी(एएमयू) में विज्ञान विषय से स्नातक की पढ़ाई कर रहे कश्मीर के छात्र वसीम हिलाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. उनपर पुलवामा हमले के संदर्भ में सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने का आरोप है.