श्रीलंका: राष्ट्रपति ने दो बड़े सुरक्षा अधिकारियों को पद से हटाया
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने दो बड़े सुरक्षा अधिकारियों को पद से हटा दिया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर ने दो विभिन्न स्रोतों से इसकी पुष्टि की है. 21 अप्रैल को गिरिजाघरों और फाइव स्टार होटलों में हुए बम धमाकों के बाद राष्ट्रपति ने यह फैसला लिया है.
सूत्रों के मुताबिक सिरिसेना ने पुलिस प्रमुख और रक्षा सचिव को पद छोड़ने का आदेश दिया है.
सिरिसेना ने पहले कहा था कि सुरक्षा अधिकारियों को हमले की जानकारी मिली थी लेकिन उन्होंंने इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी थी. उन्होंने कहा, “सुरक्षा से जुड़े नेतृत्व में बड़ा परिवर्तन किया गया है.”
ईस्टर के मौके पर गिरिजाघरों और होटलों को निशाना बनाकर बम धमाके किए गए थे. जिसमें लगभग 350 लोगों की जानें चली गईं और 500 से अधिक लोग घायल हो गए. इस्लामिक स्टेट(आईएस) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. हालांकि श्रीलंका की सरकार ने हमले के लिए दो स्थानीय आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया था. हमले के आरोप में दर्जनभर गिरफ्तारियां हुई हैं.
जानकारी के मुताबिक आत्मघाती बम विस्फोट में एक शिक्षित युवा शामिल था. इसके साथ ही एक महिला का भी इसमें शामिल होने की खबर है.
श्रीलंका की संसद के नेता लक्ष्मण किरिएला ने कहा कि उच्च अधिकारियों ने हमले की खुफिया जानकारी को जानबूझकर छुपाया है.
किरिकेला ने कहा है कि गिरिजाघरों, होटलों और राजनीतिज्ञों पर आत्मघाती बम धमाकों की जानकारी चार अप्रैल को भारतीय खुफिया एजेंसी की ओर से मिले थे और राष्ट्रपति की अध्यक्षता वाले सुरक्षा परिषद को सात अप्रैल को यह जानकारी मिल चुकी थी, बावजूद सूचना को व्यापक रूप से साझा नहीं किया गया.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक राष्ट्रपति सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के बीच गतिरोध बढ़ा है. जिसकी वजह से दोनों के बीच संवाद नहीं हो पा रहा है. माना जा रहा है कि सुरक्षा चूक इसी वजह से हुई है.
सिरिसेना ने साल 2018 में रानिल विक्रमसिंघे को हटाकर पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे को प्रधानमंत्री बना दिया था. कानूनी लड़ाई के बाद रानिल विक्रमसिंघे ने दोबारा प्रधानमंत्री बन पाए थे.