गोवा: पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों ने मुख्यमंत्री से केंद्र सरकार को प्रभावित करने की गुजारिश की
दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में शुमार ब्रिटेन की थॉमस कुक कंपनी को बंद हुए लगभग 15 दिन बीत चुके हैं. गोवा में यात्रा और पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से गुजारिश की है कि वे नागरिक उड्डयन के तहत द्विपक्षीय समझौतों के दायरे का विस्तार करने और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को सुविधाजनक बनाने के लिए केंद्र सरकार को प्रभावित करें.
गोवा में हमेशा लगभग 50 बड़े होटलों की बुकिंग थॉमस कुक के जरिए आए पर्यटनों के लिए होती थी. अब कंपनी के बंद होने के बाद से औसतन 270 यूरोपियन पर्यटन ही प्रतिदिन आ रहे हैं. इन होटलों की बुकिंग ज्यादा से ज्यादा एक हफ्ते से लेकर 21 दिनों के लिए हो रही है.
यात्रा और पर्यटन उद्योग के हितधारकों का कहना है कि अगर जल्दी ही इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया तो 100 करोड़ रुपये का राजस्व का घाटा हो सकता है.
ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा के अध्यक्ष सेवियो मेसियस ने कहा, “हम एक ऐसी स्थिति में हैं जहां यूरोपीय लोगों को उनका वीजा मिल गया है, लेकिन उड़ान के विकल्प कम हैं क्योंकि बाकी एयरलाइंस पूरी क्षमता से नहीं चल रही हैं. कम से कम पांच महीने से हम यह अनुरोध कर रहे हैं कि कुछ व्यवस्था की जरूरत है. ऐसा इसलिए किया जाए ताकि पर्यटकों का रुझान बढ़े.
उन्होंने कहा कि ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (पैरेंट बॉडी) अब सेक्टर की तरफ से सरकार के साथ बातचीत कर रही है.
उन्होंने कहा, “फ्लाइट का किराया अन्य एयरलाइनों में बढ़ गया है. इन कंपनियों को मालूम है कि थॉमस कुक के ग्राहक विकल्प तलाशेंगे. वे होटल चेन और लेबल जो थॉमस कुक से बुकिंग के आधार पर अपने पूरे बजट की योजना बनाते हैं अगर उनके कमरे बुक नहीं होते हैं तो इन लोगों को बड़ी मात्रा में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
उन्होंने कहा, “अब हमारे पास यूरोप से आने वाले पर्यटनों के लिए एक अतिरिक्त समस्या खड़ी हो गई है. डाबोलिम हवाई अड्डे पर उन्हें मिलने वाला पारंपरिक पार्किंग स्थल को बंद कर दिया गया है. इससे आगे आने वाले एक सप्ताह में 250 सीटों का नुकसान होगा. ये मुश्किल गणनाएं हैं और जल्द ही हल करने की आवश्यकता है क्योंकि हमारे पास नवंबर तक पर्यटन सीजन है.