केंद्र की ‘आयुष्मान भारत’ से बेहतर है दिल्ली की हेल्थ स्कीम: केजरीवाल


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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की हेल्थ स्कीम में भरोसा जताते हुए कहा है कि यह स्कीम केंद्र की आयुष्मान भारत योजना से दस गुणा ज्यादा बड़ी है.

केंद्र सरकार ने नए सिलसिले से आयुष्मान भारत योजना को विपक्षी दलों के राज्य दिल्ली, ओडिशा, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में लागू करने की कोशिश की है. इन सभी राज्यों के मुख्यमंत्री ने इस योजना का बहिष्कार किया है.

केजरीवाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन को इस संबंध में एक पत्र लिखा है.

केजरीवाल ने पत्र में लिखा,“मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आयुष्मान भारत दिल्ली में पहले से ही लागू है. दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत से दस गुणा ज्यादा बड़ी है.” पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर आयुष्मान भारत को लागू करने के लिए दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना को बंद किया गया तो इसका सीधा नुकसान जनता को होगा.”

स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित ओडिशा, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. पत्र के जरिए उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ जुड़ने की गुजारिश की थी.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने सुझाव दिया था कि आम आदमी पार्टी आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं करेगी. आयुष्मान भारत योजना व्यापक नहीं है. जबकि दिल्ली सरकार सभी निवासियों को इलाज मुहय्या करती है.

केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पड़ोसी राज्य यूपी और हरियाणा के निवासी भी दिल्ली आकर ईलाज कराएंगे. आयुष्मान भारत योजना किसी भी इंसान की बिना आर्थिक स्थिति को देखे मुफ्त ईलाज प्रदान करता है.

उन्होंने कहा, “इलाज के लिए शायद ही कोई दिल्ली से यूपी या हरियाणा जाता होगा. यह दिखाता है कि दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना अपना काम सही से कर रही है.”

केजरीवाल ने दोनों योजनाओं की तुलना करते हुए कहा,“आयुष्मान भारत के तहत दिल्ली के सिर्फ 10 फीसदी निवासियों को लाभ पहुंचेगा, जबकि दिल्ली सरकार की योजना राजधानी के कुल दो करोड़ निवासियों को लाभ पहुंचा रही है.”

उन्होंने कहा,“आयुष्मान भारत योजना के तहत जिनकी आय दस हजार से ज्यादा है उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा. इसका मतलब है कि न्यूनतम मजदूरी से कम कमाने वालों को इस योजना से बाहर रखा गया है.”

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ लाभार्तियों को 5 लाख तक के ईलाज की सुविधा देगी, जबकि दिल्ली सरकार में इस तरह की कोई पाबंदी नहीं है. “सरकार ईलाज का पूरा खर्च उठाएगी चाहे खर्च 30 लाख का क्यों न हो.”

केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के तहत सालाना 5 लाख का ईलाज मुफ्त है. इससे लगभग 10.74 करोंड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का लाभ पहुंचेगा.

केजरीवाल ने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार का मकसद एक ही है, हम लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना चाहते है. चाहे योजना कोई भी हो. उन्होंने डॉ. हर्ष वर्धन को याद दिलाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य योजना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है. और कई बड़े लोगों नें खुद ही इसका प्रचार भी किया है.

केजरीवाल ने डॉ. वर्धन से गुजारिश करते हुए कहा कि वे एक अनुभवी डॉक्टर होने के नाते दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना को और बेहतर करने में मदद करें.


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