हरियाणा में बीजेपी को कांडा समेत निर्दलीय विधायकों का समर्थन, एमएलए खरीद फरोख्त का आरोप
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और बीजेपी की हरियाणा इकाई के प्रभारी अनिल जैन के साथ पांच निर्दलीय विधायकों ने राज्य में सरकार गठन के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से नई दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की.
बीजेपी नेता जवाहर यादव ने बताया कि निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंडन, नयनपाल रावत और सोमबीर सांगवान, राकेश दौलताबाद और रणधीर गोलन ने नड्डा से मुलाकात की और बीजेपी को अपना समर्थन जताया.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है. बीजेपी को सरकार बनाने के निर्दलीय विधायकों के समर्थन की दरकार है.
पृथला सीट से नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायक रावत ने कहा, ”हम यहां हरियाणा में खट्टर सरकार को अपना समर्थन देने के लिये आये हैं.”
नड्डा से मुलाकात के बाद भाजपा के लिये अपना समर्थन पत्र दिखाते हुए सांगवान ने कहा कि बीजेपी को उन्होंने बिना शर्त समर्थन दिया है.
इन पांच निर्दलीय विधायकों के अलावा रंजीत चौटाला ने भी भाजपा के लिये अपना समर्थन जताया है. उन्होंने खट्टर और नड्डा दोनों से सुबह मुलाकात की थी.
बीजेपी नेताओं को भरोसा है कि सात निर्दलीय विधायक और इनेलो नेता अभय चौटाला सरकार गठन के दावे में पार्टी का समर्थन करेंगे.
कांडा का सहयोग लेना बीजेपी की सत्तालोलुपता का सबूत
सीपीएम ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि है कि उसने हरियाणा में आपराधिक मामलों में आरोपी निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा के सहयोग से सरकार बनाने की पहल करके अपनी सत्तालोलुपता का जीता जागता सबूत पेश किया है.
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि बीजेपी को सत्ता पाने के लिए अपराधियों से हाथ मिलाने से कोई गुरेज नहीं है. कांडा पर 2012 में एयर होस्टेज गीतिका शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने सहित अन्य आपराधिक आरोप का मामला अदालत में लंबित है. कांडा ने बीजेपी को हरियाणा में सरकार बनाने के लिये समर्थन देने की पेशकश की है.
बीजेपी के कांडा का प्रस्ताव स्वीकार करने के कदम की मोदी सरकार में मंत्री रह चुकी उमा भारती और विपक्षी कांग्रेस ने आलोचना की है.
उमा भारती ने एक ट्वीट में अपनी पार्टी को आगाह करते हुए कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की साफ छवि को नुकसान पहुंच सकता है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”जब कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री थे तो उस वक्त के नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बयानों को देखिए. उस वक्त बीजेपी का क्या रुख था?’
सुरजेवाला ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांडा को हटा दिया था. यह बीजेपी का दोहरा मापदंड है.
बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप
माकपा पोलित ब्यूरो ने भी बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी ने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को चुनावी मुद्दा बनाया. हरियाणा चुनाव में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिलने पर अब बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश में है.
इसके अलावा हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने भी बीजेपी को अपना समर्थन दिया है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी विधानसभा की कुल 90 में से 40 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन वह बहुमत के जादुई आंकड़े से छह सीट दूर रह गई.