वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह, आनंद ग्रोवर के घर और दफ्तर पर CBI का छापा


Government withdraws fake cases against social workers including Indira Jaisingh: Hastkshep

 

गैर-सरकारी संगठन के लिए विदेशी फंडिंग में कथित अनियमितताओं को लेकर वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर और दफ्तर पर सीबीआई ने छापा मारा है. इससे पहले सीबीआई ने जयसिंह, आनंद ग्रोवर और एनजीओ लॉयर्स कलेक्टिव के खिलाफ फॉरेन कंट्रीब्यूशन (रेगुलेशन) एक्ट (एफसीआरए) का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया था.

मामले में एफआईआर गृह मंत्रालय के अपर सचिव अनिल कुमार धस्माना की शिकायत पर 15 मई, 2019 को दर्ज की गई थी. एफआईआर में एनजीओ के खिलाफ विदेशी फंड का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.

वहीं इस एफआईआर के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए लॉयर्स कलेक्टिव ने कहा है कि संगठन सरकार के खिलाफ संवेदशील मामलों को उठाता रहा है यही वजह है कि अवैध और गैर कानूनी रूप से उनका एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया गया था.

संगठन ने लाइसेंस रद्द होने के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में मुकदमा किया था, जो फिलहाल लंबित है.

एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मई में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इंदिरा जयसिंह, आनंद ग्रोवर और एनजीओ को नोटिस जारी किया था. याचिका में फॉरेन कंट्रीब्यूशन (रेगुलेशन) एक्ट (एफसीआरए) का उल्लंघन करने के लिए कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की गई है.

वहीं वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह का कहना है कि सीजेआई यौन उत्पीड़न मामले में आवाज उठाने के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.


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