चंपारण: महात्मा गांधी की विरासत को किया जा रहा है नजरअंदाज


only gandhi's idea can save the soul of India

 

खेत और गांव की पगडंडियां और शहरी बसावट ने महात्मा गांधी के नाम के साथ विख्यात चंपारण सत्याग्रह को जन्म दिया. आज वहां भारत की आजादी को आकार देने वाले व्यक्ति के प्रति श्रद्धाभाव तो है लेकिन साथ ही उनकी विरासत को नजरअंदाज किए जाने का दुख भी है.

पश्चिमी चंपारण जिले के मुख्यालय बेतिया में हजारीमल धर्मशाला को बिहार सरकार ने ‘संरक्षित स्मारक’ घोषित किया है, जहां गांधी रुके थे. लेकिन इमारत बहुत ही खराब अवस्था में है और आगंतुकों का सामना कचरे के ढेर में मक्खियों के झुंड से होता है.

विशाल शॉपिंग मॉल और दूसरी वाणिज्यिक इमारतों के आगे ये इमारत बौनी हो गई है, इसकी फोटो राज्य पर्यटन विकास निगम के गांधी परिपथ पेज पर छपी है.

भवन के आसपास गंदगी ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को चुनौती दे रही है, जो गांधी द्वारा सफाई पर दिए गए जोर से प्रेरित है.

अधिवक्ता गोरख प्रसाद का घर करीब 45 किलोमीटर दूर है, जहां गांधी मोतिहारी में सबसे पहले रुके थे, वह भी जर्जर अवस्था में है.

हालांकि दूसरे स्थान भी हैं, जहां गांधी की विरासत को संजोने का प्रयास किया गया है.

महात्मा गांधी ने अपनी ब्रिटिश शिष्य मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन को लिखे एक पत्र में चंपारण को वह जगह बताया था, जिसने उन्हें भारत से परिचित कराया. वह दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के तीन साल बाद 1917 में भारतीय किसानों की दुर्दशा के बारे में सुनकर यहां आए थे.

महात्मा की यात्रा से भारत का पहला सविनय अवज्ञा आंदोलन चंपारण सत्याग्रह शुरू हो गया.

आज जब देश उस व्यक्ति की 150वीं जयंती मनाने जा रहा है, जिसने अपनी अहिंसा की नीति और जीवन सिद्धान्तों से पीढ़ियों को प्रभावित किया. वहीं सरकारी और लोगों की बेरुखी और तेजी से बढ़ते शहरीकरण के चलते कई स्थानों पर ऐतिहासिक विरासत संकट में है.

मोतिहारी में गांधी संग्रहालय के सचिव ब्रजकिशोर सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, “महात्मा गांधी ने चंपारण को बदल दिया, जिसे (चंपारण) उस स्थान के रूप में गर्व है, जहां एक तरह से, अद्वितीय महानता प्राप्त करने की उनकी (गांधी) यात्रा शुरू हुई.”

गांधी संग्रहालय मोतिहारी के उन कई स्थानों में एक है, जिनका नाम महात्मा के नाम रखा गया है. यहां एक बेहद साफ-सुथरा और सुंदर बापूधाम रेलवे स्टेशन है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल किया था.


Big News