CJI ने पीएम को पत्र लिखकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज के खिलाफ महाभियोग चलाने को कहा
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इलाहबाद हाई कोर्ट के जज जस्टिस श्री नारायण शुक्ला के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव चलाने की बात कही है.
जस्टिस एसएन शुक्ला अक्टूबर, 2005 में हाई कोर्ट के जज बने थे. उनका कार्यकाल 17 जुलाई 2020 तक है.
18 महीने पहले उस समय के चीफ जस्टिस रहे जस्टिस दीपक मिश्रा द्वारा बनाई गई तीन जजों की कमेटी ने शुक्ला पर मेडिकल कॉलेज स्कैम में शामिल होने की बात कही थी.
उन पर आरोप है कि उन्होंने 2017-18 के शैक्षणिक वर्ष में छात्रों को प्रवेश देने के लिए निजी कॉलेजों को अनुमति दे दी थी जबकि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और सुप्रीम कोर्ट की तरफ से इसकी अनुमति नहीं थी.
जांच समिति ने पाया कि न्यायमूर्ति शुक्ला ने “न्यायिक जीवन के मूल्यों को अपमानित किया है. साथ ही उन्होंने एक न्यायाधीश के असहयोग के रूप में कार्य किया और उनके कार्यालय की महिमा, गरिमा और विश्वसनीयता को कम किया है.” इसके बाद तात्कालिक जस्टिस दीपक मिश्रा ने उनसे सभी न्यायिक कार्यों की जिम्मेदारी वापस ले ली.
जस्टिस मिश्रा ने भी राष्ट्रपति सचिवालय को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने न्यायाधीश के खिलाफ निष्कासन की कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध किया था.