बॉलीवुड का एक हिस्सा सरकार के दबाव में?


 

दि टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट की मानें तो देश की कुछ नामी फिल्म हस्तियों ने कांग्रेस नेतृत्व वाले एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर मौजूदा सरकार के प्रति आलोचनात्मक होने के खतरों को जाहिर किया. अखबार के अनुसार, कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में मुंबई के एक होटल में हुई इस मुलाक़ात में फ़िल्मी हस्तियों ने कहा कि सरकार की आलोचना करने पर उन्हें देशद्रोही का दर्जा दिया जा सकता है. यहां तक कि उन्हें अपनी जान का खतरा भी महसूस होता है.

इस मुलाक़ात में फिल्म निर्देशक महेश भट्ट, उनकी पत्नी और अभिनेत्री सोनी राजदान, मशहूर डाक्यूमेंट्री फिल्ममेकर आनंद पटवर्धन, निर्देशक कबीर खान, अभिनेता जावेद जाफरी और अभिनेत्री दिया मिर्जा समेत 25 फ़िल्मी हस्तियां मौजूद थीं.

ऐसी खबर है कि फिल्म हस्तियों ने इस मुलाक़ात के दौरान कहा कि सरकार की आलोचना करने पर उन्हें न सिर्फ देशद्रोही का तमगा दिया जा सकता है, बल्कि ऐसा करने पर उन्हें अपनी जान का खतरा भी महसूस होता है. वे अपने अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार को लेकर भी डरे रहते हैं. उन पर विभिन्न अराजक समूहों का भी दबाव है. इन फ़िल्मी हस्तियों ने सेंसर बोर्ड की तरफ से पड़ने वाले दबाव की ओर भी इशारा किया.

माना जा रहा है कि यह मीटिंग कांग्रेस ने विभिन्न क्षेत्रों से अपने घोषणा पत्र के लिए सुझाव मांगने के मकसद से बुलाई थी. शशि थरुर घोषणा पत्र तैयार करने वाली समिति के सदस्य हैं.

बीते कुछ वक्त में बॉलीवुड के एक हिस्से और मौजूदा मोदी सरकार के रिश्तों को लेकर काफी चर्चा होती रही है. स्वयं प्रधानमंत्री मोदी समय-समय पर फिल्म अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते रहे हैं. हाल में मुंबई के गुलशन हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले सिनेमा संग्रहालय का उद्घाटन किया था. इस मौके पर भी बॉलीवुड के सभी प्रमुख कलाकार मौजूद थे. इस महीने की शुरुआत में भी बॉलीवुड के कलाकारों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात की थी.

बहरहाल, इस मुलाक़ात से ये बात सामने आ गई है कि बॉलीवुड का एक हिस्सा मौजूदा सरकार के दबाव में है. कहा ये भी जा रहा है कि इन अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मिलने में हिचक हो रही थी.

बीते दिनों अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने भी देश में बिगड़ते माहौल के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.


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