कांग्रेस ने ‘फासीवादी विचारधारा’ को हराने का संकल्प लिया


Congress Meet In PM Modi's Gujarat Today

 

कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में अपनी कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक की है. इसमें लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप और प्रचार अभियान पर चर्चा हुई.

अहमदाबाद के इस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई नेता पहुंचे. सीडब्ल्यूसी की बैठक का इस मायने में खासा महत्व है कि यह बैठक आम चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा के दो दिन बाद हो रही है.

सीडब्ल्यूसी में संकल्प लिया गया कि बीजेपी-आरएसएस की ‘फासीवाद और घृणा’ की विचारधारा को पराजित किया जाएगा.

बैठक के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “गांधी जी के ऐतिहासिक दांडी मार्च की वर्षगांठ के मौके पर कांग्रेस कार्य समिति ने बीजेपी-आरएसएस की फासीवाद, घृणा, आक्रोश और विभाजन की विचारधारा को पराजित करने का संकल्प लिया है. इस प्रयास में हर बलिदान छोटा है. इस लड़ाई को जीता जाएगा.”

माना जा रहा है कि कांग्रेस महात्मा गांधी और सरदार पटेल की भूमि से पूरे देश में मजबूत राजनीतिक संदेश देने की कोशिश में हैं.

यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि मोदी की ‘गलत नीतियों’ के कारण देश के लोग पीड़ित हैं.

बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साधा और देश में कृषि संकट, औद्योगिक विकास के बाधित होने और बेरोजगारी के मुद्दे को सामने रखा.

सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले अहमदाबाद में साबरमती आश्रम में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. खबर है कि सभी शीर्ष कांग्रेस नेता इस प्रार्थना सभा में पहुंचे.

गुजरात में 58 वर्षों के बाद कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई है. राज्य में सीडब्ल्यूसी की आखिरी बैठक 1961 में हुई थी. सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद कांग्रेस गांधीनगर में ‘जय जवान, जय किसान’ सभा का आयोजन करेगी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हो सकती हैं.

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी इसी सभा के दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे.

हालांकि गुजरात में कांग्रेस के लिए चुनौतियां कम नहीं हैं. बीते चार दिनों में कांग्रेस के तीन विधायकों ने पार्टी छोड़ी है. यहां तक कि 11 मार्च को जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने पार्टी छोड़ दी. इसके अलावा पुरुषोत्तम सबारिया और माणवदर से कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा भी छोड़ चुके हैं.


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