कांग्रेस ने राष्ट्रपति के भाषण को ‘भ्रामक’ बताया


Congress told President's speech 'misleading'

  PTI

कांग्रेस ने संसद में दिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण को ‘भ्रामक और लोगों को धोखा देने वाला’ करार दिया है. प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने बहाने बनाने का काम किया है और देश की जनता का ‘अपमान करने वाला’ ऐसा कोई अभिभाषण पहले नहीं हुआ.

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि अभिभाषण में जिन उपलब्धियों की बात की गई हैं, वो सच से दूर हैं.

शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार के पास निवेश करने के लिए पैसा नहीं है. उसकी भरपाई के लिए सरकार ने कई प्रयास किये. आरबीआई के पास मौजूद पैसे पर निगाह लगा रखी है. अभिभाषण में आयकर रिटर्न बढ़ने का दावा किया गया. सच्चाई यह है कि सिर्फ संख्या बढ़ी है, कर संग्रह नहीं बढ़ा है.’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ ये अभिभाषण लोगों को धोखा देने वाला है. लोगों के विवेक को चुनौती देता और अपमानित करता है. यह भ्रामक और नीरस था. अभिभाषण के माध्यम से जनता को अपमानित करने का काम कभी नहीं हुआ. हम इसकी निंदा करते हैं.’’

कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ इस सरकार का राष्ट्रपति का आखिरी अभिभाषण उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड होना चाहिए था, न कि काम करने में नाकामी के बहानों और कभी पूरा नहीं होने वाले वादों का संक्षिप्त विवरण.’’

सरकार ने किया लोगों में नई आशा और विश्वास का संचार: राष्ट्रपति

पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद भवन परिसर में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा ‘‘सरकार ने सांख्यकीय आयोग को नष्ट कर दिया है. इससे सरकार के आंकड़ों की जो मामूली विश्वसनीयता बची थी वह भी खत्म हो गयी है.’’ उन्होंने कहा कि अब जो भी सरकार के आंकड़े प्रकाशित होंगे, वे आयोग के परीक्षण के बिना ही प्रकाशित होंगे. ऐसे में सरकार जो भी आंकड़े देगी, उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं होगी.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी सरकार पर ‘आंकड़ों की हत्या’ करने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘कुछ राज्यों में बीजेपी सरकारों पर निर्दोष लोगों की मुठभेड़ में हत्या कराने के कथित आरोप लगे हैं और अब इस सरकार (केन्द्र सरकार) ने आंकड़ों की हत्या भी शुरु कर दी है.’’ सिब्बल ने कहा कि पिछले 45 सालों में देश में बेरोजगारी दर अपने शीर्ष पर है.

उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार रोजगार और अन्य क्षेत्रों से जुड़े आंकड़े सार्वजनिक नहीं करना चाहती है, वहीं राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में सरकार के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की बात कही है. इसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बताते हुये सिब्बल ने कहा ‘‘लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें भविष्य में रोजगार मिलेगा.’’

दरअसल, केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के पांच साल का एक तरह से रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इसने पिछले साढ़े चार साल में लोगों को नई आशा और विश्वास दिया और देश का सम्मान बढ़ाया है जबकि 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले देश ‘अस्थिरता के दौर से गुजर रहा था.’


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