कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर हुई 31


coronavirus cases in India

 

थाइलैंड और मलेशिया की यात्रा करने वाला दिल्ली का एक व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है, जिसके बाद अब भारत में संक्रमण के 31 मामलों की पुष्टि हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने ये जानकारी दी.

वहीं गुरुवार को खबर आई कि ईरान की हाल ही में यात्रा करने वाला गाजियाबाद का एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है.

इस बीच, केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यों से जिला, प्रखंड और ग्राम स्तरों पर त्वरित कार्रवाई टीम बनाने को कहा है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि त्वरित कार्रवाई टीमों में स्वास्थ्य अधिकारी शामिल होंगे, जो संक्रमित व्यक्ति के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में हर परिवार की जांच करेंगे और उन्हें जागरूक करेंगे.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों के सिलसिले में दिल्ली में निजी अस्पतालों के साथ एक बैठक की.

तेलंगाना को इस वायरस से जरूर कुछ राहत मिली है क्योंकि राज्य के जिन दो लोगों के खून के नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजे गए थे, उनकी जांच रिपोर्ट में इस विषाणु से उनके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है.

तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने कहा कि ये नमूने इटली से आए एक व्यक्ति के और एक आईटी कंपनी में काम करने वाले एक सफाईकर्मी से लिए गए थे.

उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में कार्यरत राज्य के जिस सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ की जांच में इस वायरस की पुष्टि हुई थी, उसके दुबई में संक्रमित होने का संदेह है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है. इस व्यक्ति का अभी हैदराबाद के सरकारी गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा है.

राज्य में कोरोना वायरस के अब तक सिर्फ एक मामले की पुष्टि हुई है.

बुधवार तक 16 इतालवी पर्यटकों सहित 29 लोगों के कोराना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. इस सूची में पिछले महीने केरल में सामने आए तीन मामले भी शामिल हैं. उनके स्वास्थ्य में सुधार के बाद इन तीनों लोगों को छुट्टी दे दी गयी.

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि गाजियाबाद में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है. इस अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने हाल ही में ईरान की यात्रा की थी.

इस बीच, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गुड़गांव में काम करने वाले पेटीएम कर्मचारी के संपर्क में आए और पश्चिमी दिल्ली में रहने वाले पांच लोगों की जांच की गयी है और रिपोर्ट आने तक उन्हें पृथक रखा गया है.

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को जिस पेटीएम कर्मचारी के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, वह गुड़गांव में 91 लोगों के संपर्क में आया था.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सभी प्राथमिकी विद्यालयों को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया है .

केंद्रीय विद्यालयों की प्राथमिक कक्षाएं भी 31 मार्च तक बंद रहेंगी.

वहीं, दिल्ली के अस्पतालों में पृथक वार्ड बनाने, स्कूलों में जागरूकता गतिविधियां चलाने, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को जागरूक करने और त्वरित कार्रवाई टीमें गठित कर नगर निगम कोरोना वायरस से निपटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि रायपुर निवासी एक व्यक्ति में कोरोना वायरस का संदिग्ध मामला सामने आने पर उसे पृथक रखा गया है. वह केन्या से दुबई के रास्ते भारत लौटा था. हवाईअड्डे से लिए गए उसके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं और इसकी रिपोर्ट का इंतजार है.

वायरस के प्रसार का असर भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन पर भी पड़ा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक इसी महीने होने वाले भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम को कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पुनर्निर्धारित किया जाएगा.

उन्होंने यह भी कहा कि ईरान में किसी भारतीय नागरिक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का मामला सामने नहीं आया है.

कुमार ने कहा कि दुनियाभर में भारतीय दूतावास भारतीयों की मदद करने के लिए तैयार हैं.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारतीय चिकित्सा दल ईरान गया है और अधिकारी कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर वहां फंसे भारतीयों की वापसी के लिए ईरान के अपने समकक्षों के साथ काम कर रहे हैं.

विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय चिकित्सा दल के कोरोना वायरस जांच के वास्ते जल्द ही कोम में पहला क्लिनिक स्थापित करने की संभावना है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आशंकाओं को दूर करते हुए कहा कि सरकार इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर मुमकिन कदम उठा रही है .

स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा और लोकसभा में बताया कि चार मार्च तक देश में कोरोना वायरस के 29 मामले सामने आ चुके हैं .

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत ने इटली और दक्षिण कोरिया से आने वालों या वहां की यात्रा कर चुके लोगों के लिए अतिरिक्त वीजा पाबंदियां लगाई हैं और उनके लिए कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने का प्रमाणपत्र सौंपना अनिवार्य कर दिया गया है.

उन्हें अपने-अपने देशों के स्वास्थ्य प्राधिकारों द्वारा अधिकृत प्रयोगशालाओं से यह प्रमाणपत्र लेना होगा.

मंत्रालय ने एक यात्रा परामर्श में कहा है कि यह 10 मार्च की रात 12 बजे से प्रभावी होगा और कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने तक यह एक अस्थायी उपाय है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पड़ोसी देशों से स्थल सीमाओं से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया की स्थिति की समीक्षा की है और उन्होंने अधिकारियों से प्रवेश बिंदुओं पर चौबीसों घंटे डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है.

उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए देश में इन प्रवेश बिंदुओं से होकर प्रवेश करने वाले लोगों की जांच के लिए उठाए जा रहे कदमों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश,बिहार,पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड और पंजाब के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा बीएसएफ और एसएसबी के महानिदेशकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की.

चीन में कोरोना वायरस का असर भारतीय औषधि उद्योग पर पड़ने की खबरों के बीच केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि कम से कम तीन महीने तक दवाओं के लिए कच्चे माल की कमी नहीं होगी .

बहरहाल, 14 इतालवी लोगों को आईटीबीपी के पृथक केंद्र से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल भेज दिया गया.

अस्पताल ने एक बयान जारी कर कहा कि ये मरीज अस्पताल की एक अलग मंजिल के वार्ड में भर्ती हैं और इस वार्ड का बाकी के अस्पताल से कोई संपर्क नहीं है.

इन मरीजों का इलाज कर रही मेडिकल टीम ने सुरक्षा के सभी उपाय कर रखे हैं. अस्पताल की इस मंजिल पर इस्तेमाल किए जा रहे सभी सामान को अलग रखा गया है.

बयान में बताया गया है कि अस्पताल के बाकी कामकाज सामान्य तरीके से चल रहे हैं और मरीजों, यहां आने वाले लोगों या कर्मचारियों को कोई खतरा नहीं है.

इटली के 21 पर्यटकों और उनके तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद बुधवार को आईटीबीपी के पृथक केंद्र से यहां लाया गया था.

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने बताया कोरोना वायरस से संक्रमण के संदेह में अभी तक राज्य में 175 लोगों के नमूने लिए गए हैं. इनमें से 157 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन 157 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उनमें कोई संक्रमण नहीं है. बचे हुए 18 मामलों में से छह आगरा के और एक गाजियाबाद का है.

मध्य प्रदेश के सिवनी में जिला प्रशासन को तीन परिवारों के विदेश यात्रा से लौटने की सूचना प्राप्त होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सभी को फिलहाल उनके घरों में ही अलग-थलग में रखा है. एहतियात के तौर पर उनकी जांच भी की जा रही है. हालांकि प्रारंभिक जांच में किसी में भी कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं.

कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के मकसद से सावधानी बरतते हुए सिक्किम सरकार ने विदेशी नागरिकों को इनर लाइन परमिट जारी करने पर रोक लगा दी है .

महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में कुल 16 लोगों में जिन तीन को पृथक वार्डों में रखा गया है, उनके इस वायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है, जबकि 13 अन्य की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

इन 16 लोगों में 12 मुंबई में, नासिक में तीन और नांदेड़ में एक है. उन्हें बुखार और जुकाम के बाद पृथक रखा गया है.

कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से पश्चिम बंगाल आए 1200 से अधिक लोगों को अब तक पृथक रखा गया है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि चार मार्च तक 1252 लोगों को निगरानी में रखा गया, जबकि 115 की निगरानी अवधि खत्म हो गई है.


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