पुण्य तिथि विशेष: भारतीय सिनेमा के युगपुरुष पृथ्वीराज कपूर


death anniversary prathviraj Kapoor stalwart figure of indian cinema

 

हिन्दी सिनेमा में पृथ्वीराज कपूर एक पूरी संस्था का नाम है. उन्होंने आज ही के दिन 29 मई 1971 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.  तीन नवम्बर 1906 को पाकिस्तान में जन्में पृथ्वीराज को हिन्दी सिनेमा का ‘भीष्म पीतामह’ कहा जाता है.

बुलंद आवाज और दमदार अभिनय के चलते उन्होंने चार दशकों तक हिन्दी सिनेमा पर अपनी छाप छोड़ी.

पृथ्वीराज ने अपनी  प्रारंभिक शिक्षा लायलपुर, लाहौर से पूरी की थी. वे बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे. लेकिन उनकी दिलचस्पी थिएटर में अधिक थी. उस समय परिवार ने उन पर शादी का दबाव बनाया. जिसके चलते 13 दिसम्बर 1923 को उनकी शादी रामसरनी मेहरा से हो गई थी.

शादी करने के बाद पृथ्वीराज ने पढ़ाई जारी रखी. शादी के एक साल बाद राजकपूर का जन्म हुआ. पृथ्वीराज ने पेशावर जाकर एडवर्ड कॉलेज में दाखिला ले लिया और शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने थिएटर की दुनिया में कदम रखा था.

एक दिन वे अभिनय का सपना लेकर बम्बई आ पहुचें. उनके सिनेमा करियर की शुरूआत ‘इंपीरियल फ़िल्म कंपनी’ से हुई थी. इसके बाद उन्हें भारत की पहली बोलती हिन्दी फिल्म आलमआरा में काम मिला. इसके निर्देशक आर्देशिर ईरानी थे.  इस फिल्म से ही उन्होनें अभिनय की दुनिया में अपना नाम दर्ज करा लिया. इसके बाद साल 1934 में देवकी बोस की फिल्म ‘सीता’ से उन्होनें लोगों के दिलो जगह बनाई. वर्ष 1940 में  बनी फिल्म ‘पागल’ में पृथ्वीराज पहली बार निगेटिव किरदार में दिखे.

साल 1941 में सोहराब मोदी ने जब पृथ्वीराज कपूर को पर्दे पर सिकंदर के रूप में पेश किया तो लोगों ने उनके किरदार को काफी पसंद किया था. पृथ्वीराज कपूर ने फिल्म इंडस्ट्री में जब नाम कमा लिया तो उन्होंने वर्ष 1944 में खुद की थिएटर कंपनी ‘पृथ्वी थिएटर’ शुरू कर दी.

हालांकि वक्त के साथ-साथ उनकी आवाज खराब होने लगी और पहले जैसी बात नहीं रही. इसके बाद उन्होंने पृथ्वी थिएटर को बंद कर दिया. फिर आई हिन्दी सिनेमा में  साल 1960 की सबसे बड़ी फिल्म  मुगले आज़म जिसमें उन्होनें अक़बर का किरदार निभाया था. इस फिल्म से पृथ्वीराज कपूर हिन्दी सिनेमा में हमेशा के लिए अमर हो गए.

राज कपूर, शम्मी कपूर और शशि कपूर पृथ्वीराज कपूर के ही बेटे थे. हिंदी सिनेमा में उनके तीनों बेटों को सफलता मिली. पृथ्वीराज ने अनेक फिल्मों में काम किया जिसके चलते उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड जैसा सम्मान मिला.

(सभी तस्वीरें विकिमीडिया कॉमन्स और ट्विटर से साभार.)


Big News