आतिशी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी मामले में गंभीर का रुख पार्टी से अलग
पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार आतिशी के खिलाफ अभद्र पर्चे बांटने के मामले में प्रदेश बीजेपी और गौतम गंभीर पूरी तरह से बंटे हुए नजर आ रहे हैं. गंभीर जहां मामले से निजी स्तर पर निपटना चाहते हैं, वहीं बीजेपी इस बहाने दिल्ली में मजबूत दावेदार आप पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है.
एक पार्टी सूत्र ने बताया कि पार्टी के बीच हुई बहसों में ये दुविधा दिखी कि इस मामले को किस तरह से संभाला जाए. पार्टी सूत्र ने कहा, “जब ये मामला सामने आया तो गंभीर ने फैसला किया कि वो पार्टी के दखल के बिना इसे अपने स्तर पर संभालेंगे. जिसके बाद पार्टी की सहमति लेकर गंभीर ने आप नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा.”
लेकिन इससे पहले कि गंभीर नोटिस भेजते, पार्टी ने गंभीर का बचाव करते हुए मीडिया में बयान जारी कर दिया. अगले ही दिन बीजेपी ने आप पर हमले करते हुए दो प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पर गंभीर उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं नजर क्योंकि उन्हें लगा कि वह आरोपों को अपने स्तर पर संभाल लेंगे.
गंभीर ने मामले में अब तक अपना बचाव करते हुए कहा है कि अगर आप आतिशी के खिलाफ अभद्र पर्चे बांटने के मामले को साबित कर देती है तो वह राजनीतिक जीवन छोड़ देंगे. 9 मई को गौतम गंभीर ने आप उम्मीदवार आतिशी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा था. नोटिस में तीनों से कहा गया है कि वे गंभीर के खिलाफ अपने आरोप वापस लें और बिना शर्त माफी मांगें.
दोनों पार्टियों के बीच तीखी तकरार के बीच बीजेपी दिल्ली उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी ने आतिशी के खिलाफ पर्चे की निंदा करने के स्थान पर उनके खिलाफ राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “पहले वो जाति कार्ड का इस्तेमाल कर रही थीं, अब वो महिला कार्ड खेल रही हैं”. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता विजय गोयल ने पार्टी की ओर से पर्चे पर स्पष्टीकरण दिया कि बीजेपी पर्चे में लिखी बातों का किसी भी रूप में समर्थन नहीं करती है.
वहीं आतिशी और आप ने मामले में लगातार गंभीर के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं. उनके कहना है कि बीजेपी के पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार गौतम गंभीर ने निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे पर्चे बंटवाए हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियों वाला एक पर्चा पढ़ते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रो पड़ी थीं.
आतिशी ने मामले की शिकायत महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. इसके साथ ही उन्होंने गौतम गंभीर और बीजेपी को कानूनी नोटिस भेजकर लिखित रूप में माफी मांगने को कहा है और वास्तविकता 24 घंटे के भीतर समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाने को कहा है.