निर्भया की मां ने कहा- बेटों को सिखाना है कि ऐसा करोगे तो ऐसा ही इंसाफ मिलेगा
दिल्ली 2012 निर्भया गैंगरेप और मर्डर के चारों दोषी मुकेश, अक्षय, विनय और पवन को फांसी दे दी गई है. चारों के शव को अब पोस्ट मॉर्टम के लिए दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया है, जिसके बाद इनका शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. सात साल लंबे इंतजार के बाद आज मिले इंसाफ पर निर्भया की मां आशा देवीन ने कहा कि उन्होंने ममता का धर्म पूरा किया. उन्होंने कहा कि अब लड़कियां खुद को महफूज महसूस करेंगी.
निर्भया की मां ने आगे कहा, ”इस फांसी के बाद हमारे बेटों को सिखाना पड़ेगा कि ऐसा करोगे तो ऐसा ही इंसाफ मिलेगा. मैंने अपनी बेटी को तस्वीर को सामने रखकर उससे मन ही मन बात की.” आज का दिन कैसे बिताएंगी, इस सवाल पर निर्भया की मां ने कहा, ”नहीं ऐसा नहीं सोचा कि जश्न मनाएंगे या कुछ खुशी मनाएंगे. जिस बच्ची ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ा उसे आज इंसाफ मिला.”
बेटी को याद करने को लेकर निर्भया की मां ने कहा, ”मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से देश ने सलाम किया. यह हमेशा दुख रहेगा कि आज वह होती तो डॉक्टर के नाम से पहचानी जाती, लेकिन अब मैं निर्भया के मां के नाम से जानी जाती हूं. मैं सभी परिवारों से कहना चाहूंगी कि अगर ऐसा कुछ होता है तो उसे सपोर्ट करें और उसके साथ दीजिए और उसे फांसी तक पहुंचाया जाए. हम जल्द ही एक पिटिशन डालेंगे, जिसमें हम प्रक्रिया को सुधारने के लिए गुहार लगाएंगे. ताकि लोगों को इस कानूनी प्रक्रिया से गुजरना ना पड़े. जिसमें एक साथ ही न्याय मिले.”