दुनिया भर में उठी पर्यावरण को बचाने की मांग


Demand to save the environment around the world

 

एशिया और प्रशांत क्षेत्र में पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों ने प्रदर्शन किया. इसे पर्यावरण को बचाने का सबसे बड़ा जनांदोलन माना जा रहा है. इस मौके पर बच्चे स्कूल छोड़कर अभिभावकों से पर्यावरण को बचाने की मांग कर रहे हैं. सिडनी में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए.

दुनिया भर के 150 से अधिक देशों में बच्चों ने स्कूल और अपने काम को छोड़कर वैश्विक स्तर पर प्रदर्शनों में भाग लिया.

ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने कहा कि यहां के साथ-साथ दुनिया भर के युवाओं ने पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की अनदेखी को असंभव बना दिया है.

सिडनी से सियोल, मनीला से मुंबई तक बच्चों ने अपनी साथी किशोरवय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग का समर्थन किया और कार्रवाई की मांग करते हुए पढ़ाई बंद रखी.

आयोजकों ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में तीन लाख से अधिक बच्चों, अभिभावक और समर्थकों ने रैली निकाली. यह कार्यक्रम पूरी दुनिया में 5000 कार्यक्रमों की योजना के तहत पहला है जिसे ‘‘भविष्य के लिए शुक्रवार’’ आंदोलन करार दिया गया है.

द गार्जियन के मुताबिक मेलबॉर्न में एक लाख से अधिक, ब्रिसबेन में 30 हजार से अधिक, होबर्ट में 20 हजार से अधिक कैनबरा में 1500 सहित पूरे ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र में लोग जुटे हैं.

उनकी मांग है कि नेता और व्यवसायी वैश्विक तपमान को बढ़ने से रोकने के लिए कदम उठाएं. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि वर्तमान रुख से पर्यावरणीय आपदा आएगी.

यह प्रदर्शन न्यूयॉर्क में समाप्त होगा जहां करीब 1800 पब्लिक स्कूल के 11 लाख छात्र स्कूल छोड़कर प्रदर्शनों में हिस्सा लेंगे.

स्वीडन की 16 वर्षीय किशोर थुनबर्ग का कहना है कि पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं के समाधानों की ‘उपेक्षा’ की जा रही है और उसने बच्चों से आगे आने की अपील की है.

उसने समर्थकों को वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हर चीज मायने रखती है, आप जो करते हैं वह मायने रखता है.’’


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