वित्त वर्ष 2020-21 में आर्थिक वृद्धि दर के 6 से 6.5 फीसदी रहने का अनुमान: आर्थिक सर्वे
आर्थिक सर्वे 2020 में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के 6 से 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. इस सर्वे को मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने तैयार किया है.
सर्वे में वर्तमान जीडीपी वृद्धि दर को 5 प्रतिशत पर रखा गया है. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा है कि वृद्धि दर को पटरी पर लाने के लिए वित्तीय घाटे के लक्ष्य को कम करना पड़ सकता है.
सर्वे में कहा गया, ‘जीडीपी वृद्धि दर में कमी को वित्तीय क्षेत्र की सुस्ती और इससे रियल स्टेट सेक्टर पर पड़े नकारात्मक प्रभाव द्वारा समझा सकता है.’
अर्थव्यवस्था की गति को बढ़ाने के लिए सर्वे में ‘दुनिया के लिए भारत में बनाओ’ जैसे कदमों का जिक्र किया गया है. कहा गया है कि इससे नए रोजगार पैदा होंगे.
सर्वे में निर्यात को बढ़ाने, नए कारोबारों की शुरुआत, टैक्स भुगतान और प्रॉपर्टी रजिस्टर करने के लिए ‘रे़ड टेप्स’ को हटाने की बात कही गई है.
आर्थिक मंदी के हिसाब से भारत अभी दशकों के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर मात्र 4.5 प्रतिशत रही. ऐसे में हर साल लाखों लोग रोजगार की तलाश कर रहे हैं.