ओएनजीसी प्लांट में आग लगने से तीन सीआईएसएफ कर्मियों सहित चार लोगों की मौत
महाराष्ट्र के नवी मुम्बई स्थित ‘ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (ओएनजीसी) के प्लांट में आग लगने से सीआईएसएफ के तीन कर्मियों सहित कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. वहीं तीन अन्य तीन घायल हो गए हैं.
अधिकारी ने बताया कि तीनों घायल व्यक्ति केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कर्मी हैं.
वहीं ओएनजीसी ने बताया कि इसका गैस प्रसंस्करण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और गैस को गुजरात के सूरत जिले के हजीरा प्लांट की ओर मोड़ दिया गया है.
उसने कहा कि आग जल निकासी क्षेत्र में आज सुबह लगी, जिस पर दो घंटे के भीतर काबू पा लिया गया.
पुलिस ने बताया कि आग लगने के बाद धुएं की एक मोटी परत इलाके में छा गई.
उन्होंने बताया कि उन्होंने संयंत्र के आसपास के क्षेत्र में बसे गांवों में रहने वाले लोगों से ना घबराने की अपील की और स्थिति के नियंत्रण में होने का आश्वासन दिया है.
सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साइट पर गैस रिसाव का पता लगाने की कोशिश करने के दौरान हुए विस्फोट में कर्मियों की जान चली गई.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उरण क्षेत्र स्थित ओएनजीसी गैस प्रसंस्करण प्लांट में आग सुबह छह बजकर 47 मिनट पर लगी, जिस पर दो घंटे के अंदर काबू पा लिया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ घटना में चार लोग मारे गए और अन्य तीन घायल हुए हैं. ’’
सीआईएसएफ की उप महानिरीक्षक (पश्चिम क्षेत्र) नीलिमा सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान सीआईएसएफ के दमकल कर्मी एरना नायक, सतीश प्रसाद कुशवाहा और एमके पासवान के तौर पर हुई है. इनके अलावा ओएनजीसी के डीजीएम सी.एन. राव की भी घटना में जान चली गई.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ओएनजीसी, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी), रिलायंस ग्रूप, नवी मुम्बई नागरिक निकाय और तलोजा में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की तरफ से दमकल की 22 गाड़ियां मौके पर पहुंच गयीं हैं .
ओएनजीसी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ उरण प्लांट के जल निकासी क्षेत्र में आज सुबह आग लगी, दमकल विभाग की टीम ने दो घंटे के भीतर उस पर काबू पा लिया. ओएनजीसी की मजबूत संकट शमन तैयारी ने इस बड़ी आग पर जल्द काबू पाने में मदद की.’’
आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है.
ओएनजीसी देश की सबसे बड़ी कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस कम्पनी है.