सीजेआई यौन उत्पीड़न मामला: अपने निष्कासन के खिलाफ अपील करेंगी शिकायतकर्ता
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला अब एक नई याचिका दाखिल करेंगी. इस याचिका में वे खुद को सुप्रीम कोर्ट से निकाले जाने वाले आदेश के खिलाफ अपील करेंगी. सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक कार्य भी चीफ जस्टिस की देखरेख में होते हैं.
चीफ जस्टिस के ऊपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पर 11 नवंबर 2018 को अनुपस्थित होने और अपने बैठने की जगह में बदलाव के लिए अनुचित प्रभाव डालने का आरोप लगाया गया था.
17 दिसंबर 2018 को इन आरोपों की डिपार्टमेंट की तरफ जांच का इंतजार करते समय वे बेहोश हो गई थीं और कोर्ट के कर्मचारियों ने उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया था. उनकी अनुपस्थिति में भी डिपार्टमेंट ने जांच जारी रखी और उन्हें 21 दिसंबर 2018 को नौकरी से निकाल दिया गया था. उन्हें दुराचार और अवज्ञा का दोषी पाया गया था. इसी आदेश के खिलाफ शिकायतकर्ता महिला अब अपील करेंगी.
वहीं महिला द्वारा चीफ जस्टिस के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के मामले की जांच जस्टिस एस ए बोवडे के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पैनल ने की थी. पैनल को इन आरोपों में कोई ठोस बात नजर नहीं आई.
वहीं शिकायतकर्ता महिला ने खुद को पैनल की कार्यवाही से हटा लिया था. शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि बार-बार आग्रह करने के बाद भी उन्हें उनके वकील को ले जाने और पैनल की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग प्रदान नहीं की जा रही है. पैनल ने कार्यवाही की कॉपी सीजेआई को दी लेकिन अभी तक शिकायतकर्ता को इसकी कॉपी नहीं मिली है.